ASHAAR . MERE . AKS . HAIN . USKE ,. JAMAAL . KE ......... HASAN

by F.H.SIDDIQUI on September 20, 2018, 08:33:15 AM
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F.H.SIDDIQUI
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ग़ज़ल
रुखसार-ओ-लब के , गेसू के , चश्मे-ग़िज़ाल के
अशआर मेरे अक्स हैं उस के जमाल के
.
मैं  ही नहीं फ़रेफ़्ता तुझ पर ऐ दिलरुबा
चर्चे हैं चार-सू तेरे हुस्नो-जमाल के
.
तू कह दे एक बार तो यह चाँद तारे क्या
मोती निकाल लाऊँ समन्दर खंगाल के
.
कर रहम या खुदा , कि अनाड़ी है नाख़ुदा
आ बैठा है जो नाव पे चप्पू संभाल के
.
ईमां न डगमगाये मुसलमां का या ख़ुदा
कम करना तू ज़राये न रिज़्क़े-हलाल के
.
फ़िरऔन का हो ज़ोम , कि शद्दाद का ' हसन '
दिखलाये दिन  ख़ुदा ने सभी को ज़वाल के

- हसन शम्सी -

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vicharika
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«Reply #1 on: September 20, 2018, 02:46:57 PM »
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Ram Krishan Rastogi
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«Reply #2 on: September 20, 2018, 03:02:13 PM »
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वाह वाह बहुत खूब ढेरो दाद कबूल करे
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surindarn
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«Reply #3 on: September 20, 2018, 04:43:14 PM »
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ग़ज़ल
रुखसार-ओ-लब के , गेसू के , चश्मे-ग़िज़ाल के
अशआर मेरे अक्स हैं उस के जमाल के
.
मैं  ही नहीं फ़रेफ़्ता तुझ पर ऐ दिलरुबा
चर्चे हैं चार-सू तेरे हुस्नो-जमाल के
.
तू कह दे एक बार तो यह चाँद तारे क्या
मोती निकाल लाऊँ समन्दर खंगाल के
.
कर रहम या खुदा , कि अनाड़ी है नाख़ुदा
आ बैठा है जो नाव पे चप्पू संभाल के
.
ईमां न डगमगाये मुसलमां का या ख़ुदा
कम करना तू ज़राये न रिज़्क़े-हलाल के
.
फ़िरऔन का हो ज़ोम , कि शद्दाद का ' हसन '
दिखलाये दिन  ख़ुदा ने सभी को ज़वाल के

- हसन शम्सी -


waah waah Hasan Jee kyaa baat hai, dheron daad.
 Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP
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arunmishra
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«Reply #4 on: September 20, 2018, 05:35:33 PM »
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खुश रहो खुश रहने दो l

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«Reply #5 on: September 21, 2018, 05:14:43 AM »
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Wah wah kya baat hai. Lajawab.

ग़ज़ल
रुखसार-ओ-लब के , गेसू के , चश्मे-ग़िज़ाल के
अशआर मेरे अक्स हैं उस के जमाल के
.
मैं  ही नहीं फ़रेफ़्ता तुझ पर ऐ दिलरुबा
चर्चे हैं चार-सू तेरे हुस्नो-जमाल के
.
तू कह दे एक बार तो यह चाँद तारे क्या
मोती निकाल लाऊँ समन्दर खंगाल के
.
कर रहम या खुदा , कि अनाड़ी है नाख़ुदा
आ बैठा है जो नाव पे चप्पू संभाल के
.
ईमां न डगमगाये मुसलमां का या ख़ुदा
कम करना तू ज़राये न रिज़्क़े-हलाल के
.
फ़िरऔन का हो ज़ोम , कि शद्दाद का ' हसन '
दिखलाये दिन  ख़ुदा ने सभी को ज़वाल के

- हसन शम्सी -


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SARVESH RASTOGI
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«Reply #6 on: February 10, 2019, 07:20:12 AM »
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WAH WAH
KYA BAAT HAI
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With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


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