TU Nazar aai na vaisa ghar nazar aaya...............saru

by SURESH SANGWAN on March 02, 2019, 02:40:30 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 542 times)
SURESH SANGWAN
Guest
Reply with quote


तू नज़र आई न वैसा घर नज़र आया मुझे
माँ तेरे बिन और ही मंज़र नज़र आया मुझे

ख़्वाब हसरत प्यार उल्फ़त हौसला है चीज़ क्या
माँ तेरी ही  छांव में रहकर नज़र आया मुझे

जिस ख़ुदा जिस ईश्वर की बात करते लोग हैं
अक्स उसका भी तेरे अंदर नज़र आया मुझे

माँ गुरु तू रहनुमा तू और मेरी जान भी
हाथ तेरा हर समय सर पर  नज़र आया मुझे

आस्माँ सा दिल सितारे जैसे हो आँचल तेरा
और आंखों में कोई सागर नज़र आया मुझे

मैं कहाँ जाऊं कहाँ देखूं तुझे अब ये बता
ना कहीं तू ना तेरा पैकर नज़र आया मुझे

जानती हूं ये ज़माना एक मुश्त- ए- ख़ाक़ है
कीमती गौहर तू ही ज़ेवर नज़र आया मुझे

गीत तेरे गूंजते हैं कान में मेरे सदा
इल्म तेरा हर घड़ी रहबर नज़र आया मुझे

तू सदा ही साथ थी जब मैं सजाती ख़्वाब थी
हसरतों का काफ़िला बेघर नज़र आया मुझे

याद तेरी बाद में आंसू मेरे पहले गिरे
ये बहारों की फज़ां पतझर नजर आया मुझे


सुरेश सांगवान ' सरू'


[/b]
Logged
Rustum Rangila
Yoindian Shayar
******

Rau: 128
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
10 days, 16 hours and 31 minutes.

Posts: 2534
Member Since: Oct 2015


View Profile
«Reply #1 on: March 02, 2019, 09:57:35 PM »
Reply with quote
Aapke likhe ki kitni bhi tareef karen kam hai, ab yahan par bahot hi kam log rah gaye hain jo aap ki tarha sonch samajh kar Sher ke wazan ka lehaz aur Qhafia aur Radeef ko imandari se nibhaten hain.....
Kaash ke group ke kuch members (including me) aapki poetry ko padh padh kar likhne ka dhang hasil karen i mean likhna seekhen Usual Smile

anyway hamesha ki tarha Shandar Jandar Dhamakedar so aapki khdmat me Rau hazir hai Usual Smile
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #2 on: March 02, 2019, 10:12:23 PM »
Reply with quote


तू नज़र आई न वैसा घर नज़र आया मुझे
माँ तेरे बिन और ही मंज़र नज़र आया मुझे

ख़्वाब हसरत प्यार उल्फ़त हौसला है चीज़ क्या
माँ तेरी ही  छांव में रहकर नज़र आया मुझे

जिस ख़ुदा जिस ईश्वर की बात करते लोग हैं
अक्स उसका भी तेरे अंदर नज़र आया मुझे

माँ गुरु तू रहनुमा तू और मेरी जान भी
हाथ तेरा हर समय सर पर  नज़र आया मुझे

आस्माँ सा दिल सितारे जैसे हो आँचल तेरा
और आंखों में कोई सागर नज़र आया मुझे

मैं कहाँ जाऊं कहाँ देखूं तुझे अब ये बता
ना कहीं तू ना तेरा पैकर नज़र आया मुझे

जानती हूं ये ज़माना एक मुश्त- ए- ख़ाक़ है
कीमती गौहर तू ही ज़ेवर नज़र आया मुझे

गीत तेरे गूंजते हैं कान में मेरे सदा
इल्म तेरा हर घड़ी रहबर नज़र आया मुझे

तू सदा ही साथ थी जब मैं सजाती ख़्वाब थी
हसरतों का काफ़िला बेघर नज़र आया मुझे

याद तेरी बाद में आंसू मेरे पहले गिरे
ये बहारों की फज़ां पतझर नजर आया मुझे


सुरेश सांगवान ' सरू'


[/b]
Bahut hee khoobsurat qalaam hai Suresh Jee Dheron daad. Aap kee yeh post main pehle bhi Februay 28th ko parhh chukaa hoon. Phir se Rau haair hai.
 Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP
 Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley
 Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 09, 2024, 01:23:49 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 08, 2024, 09:59:08 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:55:06 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 06:58:58 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.134 seconds with 25 queries.
[x] Join now community of 8505 Real Poets and poetry admirer