ख्वाहिशें हैं मेरी कम

by sksaini4 on July 08, 2011, 03:23:48 PM
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ख्वाहिशें  हैं मेरी  कम  मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ |
हर पल रहता ताज़ादम मैं  इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

उसके सुख में हँसता हूँ उसके दुःख में कर लेता हूँ |
मैं भी अपनी आँखें नम मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

और की ख़ुशियों में  शामिल  हो  के बाँटू मैं ख़ुशी |
चिढ नहीं तो कैसा  ग़म मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

मन की पीड़ा को ग़ज़ल में अक्सर कहता  रहता हूँ |
झट आंसू जाते हैं थम मैं  इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

मुझसे भी हो जाती है तो फिर औरों की गलती पर |
लहजा रक्खूं ख़ास नरम मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

                                       डा० सुरेन्द्र सैनी

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«Reply #1 on: July 08, 2011, 06:53:28 PM »
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Saini Sahaab Aadaab!

Waah janab kia kahne aapke... bade khub andaaz meiN
aapne khud ki tareef kar lii Usual Smile

Behad umdaa khayaal aur khubsurat adaaygi rahi aapke
is kalaam ke .... behad la jawaab Usual Smile

         



ख्वाहिशें  हैं मेरी  कम  मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ |
हर पल रहता ताज़ादम मैं  इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

KwahisheN hai meri kam" kia kahne bahut
khoob daad daad daad Usual Smile         


उसके सुख में हँसता हूँ उसके दुःख में कर लेता हूँ |
मैं भी अपनी आँखें नम मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

Waah janab waah kia saafgoi ki
hai... bahut achcha khayaal bayaaN kiya hai daad Usual Smile         


और की ख़ुशियों में  शामिल  हो  के बाँटू मैं ख़ुशी |
चिढ नहीं तो कैसा  ग़म मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

Bahut khoob Usual Smile         

मन की पीड़ा को ग़ज़ल में अक्सर कहता  रहता हूँ |
झट आंसू जाते हैं थम मैं  इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

Kia kahne janab bahut badiyaa...           

मुझसे भी हो जाती है तो फिर औरों की गलती पर |
लहजा रक्खूं ख़ास नरम मैं इसीलिए तो अच्छा हूँ ||

Waah waah waah kia kahne janab .. bada hi
pyaara khayaal aur umdaa ashaar kaha hai aapne...

Humari taraf se is ashaar par hazaaroN daad hazir hai janab..
           


                                       डा० सुरेन्द्र सैनी



Sabhi ashaar bahut khoob rahe aise hi umdaa
kalaamoN ke saath aate rahiye.. Usual Smile

Khush O aabaad rahiye...
Khuda Hafez Usual Smile         

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