नज़र-बाज़

by Áɑѕӈίգ on February 26, 2021, 12:37:38 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 654 times)
Áɑѕӈίգ
Shayari Qadrdaan
***

Rau: 10
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
3 days, 54 minutes.

Az Mast Ke Bar Mast, Chon Digari Neest..!!

Posts: 290
Member Since: Apr 2014


View Profile WWW
Reply with quote
नज़र-है ये दिल उस दिल के लिए,
जो है नज़र-में कुछ पल के लिए ।

ढूँढ रही बर्क़-ए-नज़र चार-सू मुझे,
छुपा तेज़-नज़र से कुछ पल के लिए ।

चोर-नज़र से देखा ख़ुश-नज़र को,
भर-नज़र देखूँ उसे कुछ पल के लिए ।

नज़र-कश चहेरा, नज़र-सोज़ आँखे,
यार नज़र-फ़रेब लगा कुछ पल के लिए ।

कौन बचा है ज़ौक़-ए-नज़र से अब तक,
उसे देखा हद-ए-नज़र कुछ पल के लिए ।

कई महव-ए-नज़र थे महफ़िल में उसकी,
उनसे मेरी नज़र मिली कुछ पल के लिए ।

हम आशिक़ महफ़िल के बड़े नज़र-बाज़,
यूँ करली नज़र-बाज़ी कुछ पल के लिए ।

आशिक़ ❧


नज़र-है
In view of

नज़र-में
In front of

बर्क़-ए-नज़र
Lightning of glances

चोर-नज़र
Evasive glances

भर-नज़र
Eyeful

नज़र-कश
Attractive

नज़र-सोज़
Very beautiful

नज़र-फ़रेब
Enamouring

ज़ौक़-ए-नज़र
Connoisseur

हद-ए-नज़र
Line of sight

महव-ए-नज़र
Lost in seeing

नज़र-बाज़
Ogler

नज़र-बाज़ी
Ogling
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #1 on: February 26, 2021, 02:13:14 PM »
Reply with quote
नज़र-है ये दिल उस दिल के लिए,
जो है नज़र-में कुछ पल के लिए ।

ढूँढ रही बर्क़-ए-नज़र चार-सू मुझे,
छुपा तेज़-नज़र से कुछ पल के लिए ।

चोर-नज़र से देखा ख़ुश-नज़र को,
भर-नज़र देखूँ उसे कुछ पल के लिए ।

नज़र-कश चहेरा, नज़र-सोज़ आँखे,
यार नज़र-फ़रेब लगा कुछ पल के लिए ।

कौन बचा है ज़ौक़-ए-नज़र से अब तक,
उसे देखा हद-ए-नज़र कुछ पल के लिए ।

कई महव-ए-नज़र थे महफ़िल में उसकी,
उनसे मेरी नज़र मिली कुछ पल के लिए ।

हम आशिक़ महफ़िल के बड़े नज़र-बाज़,
यूँ करली नज़र-बाज़ी कुछ पल के लिए ।

आशिक़ ❧


नज़र-है
In view of

नज़र-में
In front of

बर्क़-ए-नज़र
Lightning of glances

चोर-नज़र
Evasive glances

भर-नज़र
Eyeful

नज़र-कश
Attractive

नज़र-सोज़
Very beautiful

नज़र-फ़रेब
Enamouring

ज़ौक़-ए-नज़र
Connoisseur

हद-ए-नज़र
Line of sight

महव-ए-नज़र
Lost in seeing

नज़र-बाज़
Ogler

नज़र-बाज़ी
Ogling

Achhaa ehsaas hai dheron daad. icon_flower icon_flower!
 Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
December 25, 2024, 07:50:59 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by mkv
[December 22, 2024, 05:36:15 PM]

[December 19, 2024, 08:27:42 AM]

[December 17, 2024, 08:39:55 AM]

[December 15, 2024, 06:04:49 AM]

[December 13, 2024, 06:54:09 AM]

[December 10, 2024, 08:23:12 AM]

[December 10, 2024, 08:22:15 AM]

by Arif Uddin
[December 03, 2024, 07:06:48 PM]

[November 26, 2024, 08:47:05 AM]

[November 21, 2024, 09:01:29 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.104 seconds with 21 queries.
[x] Join now community of 8509 Real Poets and poetry admirer