बुढ़िया के बहुत खास मुहल्ले के लोग थे...

by yati_om on April 10, 2010, 02:21:37 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 1414 times)
yati_om
Guest
Reply with quote
बुढ़िया के  बहुत खास मुहल्ले के लोग थे
उसके बिना उदास मुहल्ले के लोग थे

बेटी जवान रो रही थी मॉं की लाश पर
आँखों में लिए प्यास मुहल्ले के लोग थे

हर मातमी नज़र से ख़ुशी झांकती मिली
इतने तो बदहवास मुहल्ले के लोग थे

वह रात किन्ही बाज़ुओं में चीखती रही
हालाँकि आस-पास मुहल्ले के लोग थे

जिसकी सज़ा में ख़ुदकुशी करनी पड़ी उसे
उस जुर्म का प्रयास मुहल्ले के लोग थे

                      -ओमप्रकाश यती

Logged
yati_om
Guest
«Reply #1 on: April 10, 2010, 02:22:08 PM »
Reply with quote
बुढ़िया के  बहुत खास मुहल्ले के लोग थे
उसके बिना उदास मुहल्ले के लोग थे

बेटी जवान रो रही थी मॉं की लाश पर
आँखों में लिए प्यास मुहल्ले के लोग थे

हर मातमी नज़र से ख़ुशी झांकती मिली
इतने तो बदहवास मुहल्ले के लोग थे

वह रात किन्ही बाज़ुओं में चीखती रही
हालाँकि आस-पास मुहल्ले के लोग थे

जिसकी सज़ा में ख़ुदकुशी करनी पड़ी उसे
उस जुर्म का प्रयास मुहल्ले के लोग थे

                      -ओमप्रकाश यती

Logged
yati_om
Guest
«Reply #2 on: April 10, 2010, 02:22:50 PM »
Reply with quote
बुढ़िया के  बहुत खास मुहल्ले के लोग थे
उसके बिना उदास मुहल्ले के लोग थे

बेटी जवान रो रही थी मॉं की लाश पर
आँखों में लिए प्यास मुहल्ले के लोग थे

हर मातमी नज़र से ख़ुशी झांकती मिली
इतने तो बदहवास मुहल्ले के लोग थे

वह रात किन्ही बाज़ुओं में चीखती रही
हालाँकि आस-पास मुहल्ले के लोग थे

जिसकी सज़ा में ख़ुदकुशी करनी पड़ी उसे
उस जुर्म का प्रयास मुहल्ले के लोग थे

                      -ओमप्रकाश यती

Logged
riyaz106
Guest
«Reply #3 on: April 10, 2010, 05:22:02 PM »
Reply with quote
वाह, ओम प्रकाश जी बहुत उत्तम रचना है आपकी । बधाई एवं शुभकामनाएं स्वीकार करें ।

एक ही रचना तीन बार पोस्ट हो गई थी अत: एक ही स्थान पर कर दी गईं हैं । धन्यवाद ।
Logged
Rajesh Harish
Guest
«Reply #4 on: April 10, 2010, 07:02:06 PM »
Reply with quote
Bahut khoob Om Ji
Logged
~Hriday~
Poetic Patrol
Mashhur Shayar
***

Rau: 115
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
101 days, 3 hours and 51 minutes.

kalam k chalne ko zamaana paagalpan samajhta hai.

Posts: 16243
Member Since: Feb 2010


View Profile WWW
«Reply #5 on: April 10, 2010, 08:39:13 PM »
Reply with quote
Bahut hi khoobsurat rachna likhi hai aapne omprakash ji...!!!
Logged
mamta bajpai
Guest
«Reply #6 on: April 11, 2010, 01:25:06 AM »
Reply with quote
बुढ़िया के  बहुत खास मुहल्ले के लोग थे
उसके बिना उदास मुहल्ले के लोग थे

बेटी जवान रो रही थी मॉं की लाश पर
आँखों में लिए प्यास मुहल्ले के लोग थे

हर मातमी नज़र से ख़ुशी झांकती मिली
इतने तो बदहवास मुहल्ले के लोग थे

वह रात किन्ही बाज़ुओं में चीखती रही
हालाँकि आस-पास मुहल्ले के लोग थे

जिसकी सज़ा में ख़ुदकुशी करनी पड़ी उसे
उस जुर्म का प्रयास मुहल्ले के लोग थे

                      -ओमप्रकाश यती


वाह, ओम प्रकाश जी बहुत उत्तम रचना है आपकी । बधाई एवं शुभकामनाएं स्वीकार करें ।

एक ही रचना तीन बार पोस्ट हो गई थी अत: एक ही स्थान पर कर दी गईं हैं । धन्यवाद ।

Logged
SURESH SANGWAN
Guest
«Reply #7 on: April 11, 2010, 10:50:28 AM »
Reply with quote
bahut achhi hai omprakashji aapki kavita.. Applause Applause Applause
Logged
yati_om
Guest
«Reply #8 on: April 11, 2010, 05:22:43 PM »
Reply with quote
rachna padhne aur posting ki ghalti theek karne ke liye bahut-bahut dhanyavad......"yati"
Logged
yati_om
Guest
«Reply #9 on: April 11, 2010, 05:28:31 PM »
Reply with quote
बुढ़िया के  बहुत खास मुहल्ले के लोग थे
उसके बिना उदास मुहल्ले के लोग थे

बेटी जवान रो रही थी मॉं की लाश पर
आँखों में लिए प्यास मुहल्ले के लोग थे

हर मातमी नज़र से ख़ुशी झांकती मिली
इतने तो बदहवास मुहल्ले के लोग थे

वह रात किन्ही बाज़ुओं में चीखती रही
हालाँकि आस-पास मुहल्ले के लोग थे

जिसकी सज़ा में ख़ुदकुशी करनी पड़ी उसे
उस जुर्म का प्रयास मुहल्ले के लोग थे

                      -ओमप्रकाश यती  mamtaji,rachna par utsahvardhak pratikriya ke liye bahut-bahut dhanyavad..."yati"
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
December 25, 2024, 08:08:33 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by mkv
[December 22, 2024, 05:36:15 PM]

[December 19, 2024, 08:27:42 AM]

[December 17, 2024, 08:39:55 AM]

[December 15, 2024, 06:04:49 AM]

[December 13, 2024, 06:54:09 AM]

[December 10, 2024, 08:23:12 AM]

[December 10, 2024, 08:22:15 AM]

by Arif Uddin
[December 03, 2024, 07:06:48 PM]

[November 26, 2024, 08:47:05 AM]

[November 21, 2024, 09:01:29 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.111 seconds with 21 queries.
[x] Join now community of 8509 Real Poets and poetry admirer