हमे काश!तुम से प्यार ना होता

by Ram Krishan Rastogi on October 17, 2014, 02:51:40 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 678 times)
Ram Krishan Rastogi
Umda Shayar
*

Rau: 69
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
30 days, 21 hours and 9 minutes.

Posts: 4988
Member Since: Oct 2010


View Profile
Reply with quote
हमे काश!तुम से प्यार ना होता
शायद हमे ये दिन देखना ना होता

काश!हम तुम्हारे कारण बदनाम ना होते
तुम्हारा नाम मेरे नाम से जुडा ना होता

अगर हमारे मुक्कदर मे बुरे दिन ना आते
शायद हमे लोग यूहीं बदनाम ना करते

काश! दुनिया मे तरह तरह के मजहब ना होते
दुनिया मे तरह तरह के मजहबी जिहाद न होते

काश! कुदरत ने औरत और मर्द बनाए ना होते
दुनिया मे प्यार के किस्से सुनने को न मिलते

काश! ये नेता सियासत को मजहबी रंग ना देते
तो उनके लिए ये वोट बैंक का चक्कर ना होता

काश!मुल्क की बागडोर नेताओ के हाथ मे ना होती
आज  ये मुल्क को बुरे दिन देखने ना होते

मै काश! आज लिखने को पागल ना होता
मेरी बीबी को 'पागल' कहने का मौका ना मिलता

ये काश!सब कुछ दुनिया मे हकीकत ना होती
हमे इस हकीकत को लिखने का मौका ना मिलता

काश!ये रस्तोगी कुछ पढ़ा लिखा ना होता
उसको अपने जज्बात लिखने का मौका ना मिलता  
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #1 on: October 17, 2014, 05:31:33 AM »
Reply with quote
waah waah waah bahut khoob
Logged
Advo.RavinderaRavi
Guest
«Reply #2 on: October 17, 2014, 05:40:21 AM »
Reply with quote
हमे काश!तुम से प्यार ना होता
शायद हमे ये दिन देखना होता

काश!हम तुम्हारे कारण बदनाम ना होते
तुम्हारा नाम मेरे नाम से जुडा ना होता

अगर हमारे मुक्कदर मे बुरे दिन न आते
शायद हमे लोग यूहीं बदनाम ना करते

काश! दुनिया मे तरह तरह के मजहब ना होते
दुनिया मे तरह तरह के मजहबी जिहाद न होते

काश! कुदरत ने औरत और मर्द बनाए ना होते
दुनिया मे प्यार के किस्से सुनने को न मिलते

काश! ये नेता सियासत को मजहबी रंग ना देते
तो उनके लिए ये वोट बैंक का चक्कर ना होता

काश!मुल्क की बागडोर नेताओ के हाथ मे ना होती
आज  ये मुल्क को बुरे दिन देखने ना होते

मै काश! आज लिखने को पागल ना होता
मेरी बीबी को 'पागल' कहने का मौका ना मिलता

ये काश!सब कुछ दुनिया मे हकीकत ना होती
हमे इस हकीकत को लिखने का मौका ना मिलता

काश!ये रस्तोगी कुछ पढ़ा लिखा ना होता
उसको अपने जज्बात लिखने का मौका ना मिलता 


Kya bat hai,,,,,,,
Logged
Ram Krishan Rastogi
Umda Shayar
*

Rau: 69
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
30 days, 21 hours and 9 minutes.

Posts: 4988
Member Since: Oct 2010


View Profile
«Reply #3 on: October 17, 2014, 06:43:32 AM »
Reply with quote
हमे काश!तुमसे प्यार ना होता,
शायद,हमे यह दिन देखना ना होता

काश! हम तुम्हारे कारण बदनाम ना होते
तुम्हारा नाम मेरे नाम से जुडा ना होता

अगर हमारी किस्मत मे बुरे दिन ना होते
हमे लोग यूही सरे आम बदनाम ना करते

काश!दुनिया मे तरह तरह के मजहब ना होते
मजहब के नाम पर तरह तरह के जिहाद ना होते

अगर कुदरत मे औरत और मर्द ना बनाए होते
शायद,दुनिया मे प्यार के किस्से सुनाई ना देते

काश! ये नेता सियासत को मजहबी रंग ना देते
तो उनके लिए वोट बैंक का चक्कर ना होता

काश!मुल्क की बागडोर नेताओ के हाथ ना होती
आज ये मुल्क को बुरे दिन देखने को ना होते

मै काश!लिखने के लिए पागल ना होता
मेरी बीबी को'पागल'कहने का मौका ना मिलता

ये काश!सब कुछ हकीकत दुनिया ना होती
हमे इस हकीकत को लिखने का मौका ना मिलता

शायद रस्तोगी कुछ पढ़ा लिखा ना होता
उनको अपने जज्बात कागज पर लिखने ना होते
Logged
Ram Krishan Rastogi
Umda Shayar
*

Rau: 69
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
30 days, 21 hours and 9 minutes.

Posts: 4988
Member Since: Oct 2010


View Profile
«Reply #4 on: October 17, 2014, 08:39:08 AM »
Reply with quote
श्री सैनी जी व रविंदर जी आप दोनों शायरो का दिली शुक्रिया
Logged
F.H.SIDDIQUI
Guest
«Reply #5 on: October 17, 2014, 10:48:58 AM »
Reply with quote
WAAH WAAH , KHOOB
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #6 on: October 17, 2014, 11:12:21 AM »
Reply with quote
waah waah waah bahut khoob
Logged
jeet jainam
Khaas Shayar
**

Rau: 237
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
60 days, 12 hours and 13 minutes.

my rule no type no life and ,i m happy single

Posts: 10150
Member Since: Dec 2012


View Profile WWW
«Reply #7 on: October 17, 2014, 11:37:06 AM »
Reply with quote
bohat khub waaaaahhhhhhhhh
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
Advo.RavinderaRavi
Guest
«Reply #8 on: October 17, 2014, 03:29:26 PM »
Reply with quote
Kyaaaaaaaaaaaaaaaaaaa baaaaaaaaaaaaaaaaaat haaaaaaaaaaaaaai.
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 23, 2024, 11:23:22 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.109 seconds with 24 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer