मजहब

by Bishwajeet Anand Bsu on February 01, 2013, 06:36:19 AM
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Bishwajeet Anand Bsu
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किसी मजहब किसी सरहद में बंधी नहीं पाकीजगी तेरी ,
की जो खुसबू किसी मंदिर से वही मस्जिद से भी आती है,

की जब तक याद मजहब था मेरे ख्वाबों पर भी थी बंदिश,
जब मैं भूल गया मजहब अमन की नींद आती है ।

किसी दोराहे पर खड़े होकर न खुद से जंग लड़ते है,
न खुद को राम कहते है न अल्लाह ही कहा करते,
वो खुद को इस नयी दुनिया का एक इंसान कहते है ,
वो मंदिर से गुजरते है वो मस्जिद पर भी रुकते है ।

किसी वेदों किसी कलमो में नहीं बंधी मेहरबानियाँ तेरी,
की जो शक्ति पुराण से वही कुरान से भी आती है |

न मौला ही कभी खुश है फिर क्यूँ उन्हें चादर चढाते है,
न राम ही खुश है फिर क्यूँ उसी की माला जपते हैं,
ये धरती ही बनेगी नूर- ए -जन्नत अगर मानो,
रहेगी हर तरफ खुशियाँ गर सही इंसान बनते हैं।

किसी मजहब किसी सरहद में बंधी नहीं पाकीजगी तेरी ,
की जो खुसबू किसी मंदिर से वही मस्जिद से भी आती है |
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Bishwajeet Anand Bsu
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«Reply #1 on: February 01, 2013, 06:36:48 AM »
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किसी मजहब किसी सरहद में बंधी नहीं पाकीजगी तेरी ,
की जो खुसबू किसी मंदिर से वही मस्जिद से भी आती है,

की जब तक याद मजहब था मेरे ख्वाबों पर भी थी बंदिश,
जब मैं भूल गया मजहब अमन की नींद आती है ।

किसी दोराहे पर खड़े होकर न खुद से जंग लड़ते है,
न खुद को राम कहते है न अल्लाह ही कहा करते,
वो खुद को इस नयी दुनिया का एक इंसान कहते है ,
वो मंदिर से गुजरते है वो मस्जिद पर भी रुकते है ।

किसी वेदों किसी कलमो में नहीं बंधी मेहरबानियाँ तेरी,
की जो शक्ति पुराण से वही कुरान से भी आती है |

न मौला ही कभी खुश है फिर क्यूँ उन्हें चादर चढाते है,
न राम ही खुश है फिर क्यूँ उसी की माला जपते हैं,
ये धरती ही बनेगी नूर- ए -जन्नत अगर मानो,
रहेगी हर तरफ खुशियाँ गर सही इंसान बनते हैं।

किसी मजहब किसी सरहद में बंधी नहीं पाकीजगी तेरी ,
की जो खुसबू किसी मंदिर से वही मस्जिद से भी आती है |
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nandbahu
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«Reply #2 on: February 01, 2013, 07:29:46 AM »
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wah
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ambalika sharma
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«Reply #3 on: February 01, 2013, 08:55:04 AM »
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jb har koi aisa sochne lagega to jannat khud jameen par utar aaegi.......nice.....
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sksaini4
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«Reply #4 on: February 01, 2013, 09:17:26 AM »
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bahut bahut bahut khoobsoorat
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amit_prakash_meet
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«Reply #5 on: February 01, 2013, 10:07:56 AM »
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बहुत ही अच्छे विचार और उतनी ही अच्छी तरह से बयान किया बहुत बहुत बधाई
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aqsh
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«Reply #6 on: February 01, 2013, 11:14:14 AM »
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 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
bahut khoob...
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suman59
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«Reply #7 on: February 01, 2013, 01:02:57 PM »
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v.nice
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Bishwajeet Anand Bsu
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«Reply #8 on: February 22, 2013, 07:28:00 PM »
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इस साईट (यो इंडिया ) पर ये मेरी पहली पोस्ट थी , और आप सब लोगो ने इसे सराहा इसके लिए मैं तहे दिल से आपलोगों का शुक्र गुज़ार हूँ।।।। ऐसा कहा जाता है की कवी और कलाकार तालियों और वाह के बूते ही आगे बढ़ पाता है ... बहुत बहुत धन्यवाद ..
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