साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते

by charanjit chandwal on September 16, 2012, 01:43:32 PM
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charanjit chandwal
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
 
मरहम से आस अब मरहम की न रही  
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।
 
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते।

बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
रहने दे कुछ भरम मेरे जीने के वास्ते

मयक़दे की ‘चंदन’ थोड़ी तो शान रख
ले आ बची खुची ही कमीने के वास्ते
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suman59
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«Reply #1 on: September 16, 2012, 01:44:43 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
  
मरहम से आस अब मरहम की न रही  
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।
 
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते।

बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
रहने दे कुछ भरम मेरे जीने के वास्ते

मयक़दे की ‘चंदन’ थोड़ी तो शान रख
ले आ बची खुची ही कमीने के वास्ते


bahut bahut khoob  Applause Applause Applause

(Please Note : Yeh shayri e Watan section mein suit nahi karta.

aap is kavita ko Kaifiyaat-ae-maye mein post kariyega )
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F.H.SIDDIQUI
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«Reply #2 on: September 16, 2012, 01:45:51 PM »
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nice ,chandan ji.COngrats
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charanjit chandwal
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«Reply #3 on: September 16, 2012, 01:51:25 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
 
मरहम से आस अब मरहम की न रही  
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।

ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते।

बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
रहने दे कुछ भरम मेरे जीने के वास्ते

मयक़दे की ‘चंदन’ थोड़ी तो शान रख  
ले आ बची खुची ही कमीने के वास्ते

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marhoom bahayaat
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«Reply #4 on: September 16, 2012, 05:13:52 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
 
मरहम से आस अब मरहम की न रही   
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।
 
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते।

बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
रहने दे कुछ भरम मेरे जीने के वास्ते

मयक़दे की ‘चंदन’ थोड़ी तो शान रख
ले आ बची खुची ही कमीने के वास्ते



hasin ghazal ek rau ki hakdaar
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mkv
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«Reply #5 on: September 16, 2012, 05:17:57 PM »
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Bahut umda ghazal hai janaab
wah wah wah
2nd, 3rd, 4th ashaar ke kya kahne.
bahut bahut mubaarakbaad
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BANSI DHAMEJA
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«Reply #6 on: September 16, 2012, 05:22:46 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते। Applause Applause
 
मरहम से आस अब मरहम की न रही   
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते। Applause Applause
 
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते। Applause Applause

बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
रहने दे कुछ भरम मेरे जीने के वास्ते Applause Applause

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zarraa
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«Reply #7 on: September 16, 2012, 05:30:26 PM »
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Waah bahaut khoob Chandan ji
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«Reply #8 on: September 16, 2012, 06:15:36 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
 
मरहम से आस अब मरहम की न रही   
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।
 
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते।

बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
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khamosh_aawaaz
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«Reply #9 on: September 16, 2012, 08:00:31 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
 
मरहम से आस अब मरहम की न रही   
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।
 
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
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veriiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiiii naaaaaaaaaaaaaaaaaaaaice
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«Reply #10 on: September 17, 2012, 05:05:22 AM »
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waah waah bahut khoob
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sbechain
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«Reply #11 on: September 17, 2012, 06:45:57 PM »
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थोड़ी  शराब दे हमें पीने के वास्ते,
साक़ी ज़हर ये चाहिए जीने के वास्ते।
  bahut khoob......! Applause Applause
मरहम से आस अब मरहम की न रही  
नश्तर दे दिल के चाक ये सीने के वास्ते।
good......! Applause Applause Applause
ये आतिशे-ग़मे-इश्क़ है जलके ही बुझेगी,
आतिश का जाम भर मेरे सीने के वास्ते।
 Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley
बेईमान ये न कह कि मुझसे न रब्त था
रहने दे कुछ भरम मेरे जीने के वास्ते
sahi hai. bharam mein bhi aadmi khush rah sakta hai. icon_flower icon_flower icon_flower
मयक़दे की ‘चंदन’ थोड़ी तो शान रख
ले आ बची खुची ही कमीने के वास्ते  Laughing hard Laughing hard Laughing hard



bahut khoob........!
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nandbahu
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«Reply #12 on: September 20, 2012, 01:10:34 AM »
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With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


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