mulaqaat

by alfaaz on July 15, 2013, 11:13:15 AM
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alfaaz
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मैखाने से रुखसत मिली
तो किसी को बाहर खडा पाया
मुसकराके पास आया
कहने लगा मैं खुदा हुं, कुछ याद आया?

कहने लगा आपको लेने आया हूं
आपको खंदा देने आया हूं
हमने भी सोचा थोडी दिल्लगी कर ले
मेरे जनाजे पे आने से उसे मना कर दे

खुदा तो खुदा ठहरा
अपनी बात पर अडा रहा
उस्से बचने का कोई सबब न मिला
तो पैमाना खाली करके उसके साथ चला

मैंने कहा ये बाजी तुम्हारी रही
आज तेरी दावेदारी सही
पर ये सिलसिला अभी खत्म नही हुआ
ये मसला अभी दफ़न नही हुआ


सोचा इस्से पह्ले कि  वो कुछ पुछे
ह्म उस्से जवाब लेंगे
ह्मको बनाने से पह्ले
क्या सोचा था ये जान लेंगे



फिर मुस्करा कर पुछने  लगा कैसे बिती जनाब?
हमको पता चला  बनिया मांग रहा है  हिसाब
अंगारों पे हमे  इतने दिन चलाकर
जख्मों पे नमक लगा रहा था रगड रगडकर

हमने कहा उस खंजर से गिला नही हमको
जिस्से उस कातिल ने वार किया था
पर उस मंजर से परेशानी है हमको
कि वो हाथ तूम्हारा था

किसिको जवाब देना उसकी फ़ित्रत नही थी
शराब हमारी  पुरी हरकत मे  थी
गुस्से से लाल पीला हो गया
हमारी मौत हमने पुरा  वसुल लिया

दोजख मे रवांगी का हुकुम दिया
उसकी मासूमी देख हमे मेहसूस हुआ
जिस दुनिया से उठा लाया था ह्मको
दोजख से कम दिख रहा था उस्को

पर जाते जाते एक मैखाना  उस्से जरुर मागेंगे
आप जैसे दोस्तों को दोजख में खुब पिलायेंगे











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nandbahu
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«Reply #1 on: July 15, 2013, 01:54:28 PM »
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bahut khoob
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sksaini4
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«Reply #2 on: July 15, 2013, 01:57:03 PM »
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waah
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Shuruti
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«Reply #3 on: July 15, 2013, 03:11:38 PM »
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मैखाने से रुखसत मिली
तो किसी को बाहर खडा पाया
मुसकराके पास आया
कहने लगा मैं खुदा हुं, कुछ याद आया?

कहने लगा आपको लेने आया हूं
आपको खंदा देने आया हूं
हमने भी सोचा थोडी दिल्लगी कर ले
मेरे जनाजे पे आने से उसे मना कर दे

खुदा तो खुदा ठहरा
अपनी बात पर अडा रहा
उस्से बचने का कोई सबब न मिला
तो पैमाना खाली करके उसके साथ चला

मैंने कहा ये बाजी तुम्हारी रही
आज तेरी दावेदारी सही
पर ये सिलसिला अभी खत्म नही हुआ
ये मसला अभी दफ़न नही हुआ


सोचा इस्से पह्ले कि  वो कुछ पुछे
ह्म उस्से जवाब लेंगे
ह्मको बनाने से पह्ले
क्या सोचा था ये जान लेंगे



फिर मुस्करा कर पुछने  लगा कैसे बिती जनाब?
हमको पता चला  बनिया मांग रहा है  हिसाब
अंगारों पे हमे  इतने दिन चलाकर
जख्मों पे नमक लगा रहा था रगड रगडकर

हमने कहा उस खंजर से गिला नही हमको
जिस्से उस कातिल ने वार किया था
पर उस मंजर से परेशानी है हमको
कि वो हाथ तूम्हारा था

किसिको जवाब देना उसकी फ़ित्रत नही थी
शराब हमारी  पुरी हरकत मे  थी
गुस्से से लाल पीला हो गया
हमारी मौत हमने पुरा  वसुल लिया

दोजख मे रवांगी का हुकुम दिया
उसकी मासूमी देख हमे मेहसूस हुआ
जिस दुनिया से उठा लाया था ह्मको
दोजख से कम दिख रहा था उस्को

पर जाते जाते एक मैखाना  उस्से जरुर मागेंगे
आप जैसे दोस्तों को दोजख में खुब पिलायेंगे












bhaijan bhot khub,really great.
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #4 on: July 16, 2013, 12:18:26 AM »
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मैखाने से रुखसत मिली
तो किसी को बाहर खडा पाया
मुसकराके पास आया
कहने लगा मैं खुदा हुं, कुछ याद आया?

कहने लगा आपको लेने आया हूं
आपको खंदा देने आया हूं
हमने भी सोचा थोडी दिल्लगी कर ले
मेरे जनाजे पे आने से उसे मना कर दे

खुदा तो खुदा ठहरा
अपनी बात पर अडा रहा
उस्से बचने का कोई सबब न मिला
तो पैमाना खाली करके उसके साथ चला

मैंने कहा ये बाजी तुम्हारी रही
आज तेरी दावेदारी सही
पर ये सिलसिला अभी खत्म नही हुआ
ये मसला अभी दफ़न नही हुआ


सोचा इस्से पह्ले कि  वो कुछ पुछे
ह्म उस्से जवाब लेंगे
ह्मको बनाने से पह्ले
क्या सोचा था ये जान लेंगे



फिर मुस्करा कर पुछने  लगा कैसे बिती जनाब?
हमको पता चला  बनिया मांग रहा है  हिसाब
अंगारों पे हमे  इतने दिन चलाकर
जख्मों पे नमक लगा रहा था रगड रगडकर

हमने कहा उस खंजर से गिला नही हमको
जिस्से उस कातिल ने वार किया था
पर उस मंजर से परेशानी है हमको
कि वो हाथ तूम्हारा था

किसिको जवाब देना उसकी फ़ित्रत नही थी
शराब हमारी  पुरी हरकत मे  थी
गुस्से से लाल पीला हो गया
हमारी मौत हमने पुरा  वसुल लिया

दोजख मे रवांगी का हुकुम दिया
उसकी मासूमी देख हमे मेहसूस हुआ
जिस दुनिया से उठा लाया था ह्मको
दोजख से कम दिख रहा था उस्को

पर जाते जाते एक मैखाना  उस्से जरुर मागेंगे
आप जैसे दोस्तों को दोजख में खुब पिलायेंगे












बहुत खूब भाई वाह वाह !!!!
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