मुझ पर ही बाण क्यों चलाते हो ? आर के रस्तोगी

by Ram Krishan Rastogi on October 08, 2019, 12:48:17 PM
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इस बार दशहरे पर रावण राम से बोला |
था रामलीला मैदान में तन कर बोला ||
तुम मुझ पर हर वर्ष बाण चलाते हो |
बाण चला कर मुझको तुम जलवाते हो ||
फिर भी जल कर मै नहीं मर पाता हूँ |
अगले वर्ष जिन्दा होकर लौट आता हूँ ||
पर्यावरण को इस तरह दूषित बनाते हो |
भारत की जनता को इस तरह सताते हो ||

पड़ोस में बैठा है जो शासक पाक में |
जो मिला रहा है विश्व को ख़ाक में ||
उस पर क्यों नहीं बाण चलाते हो ?
उसको क्यों नही सबक सिखाते हो ?
उसने ही असली आंतक मचाया है
भोली भली जनता का मरवाया है
बस मेरा ही पुतला बनाकर जलाते हो |
पुतला जलाकर क्या दिखाना चाहते हो ?

आर के रस्तोगी



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«Reply #1 on: October 08, 2019, 12:49:40 PM »
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इस बार दशहरे पर रावण राम से बोला |
था रामलीला मैदान में तन कर बोला ||
तुम मुझ पर हर वर्ष बाण चलाते हो |
बाण चला कर मुझको  जलवाते हो ||
फिर भी जल कर मै नहीं मर पाता हूँ |
अगले वर्ष जिन्दा होकर लौट आता हूँ ||
पर्यावरण को इस तरह दूषित बनाते हो |
भारत की जनता को इस तरह सताते हो ||

पड़ोस में बैठा है जो शासक पाक में |
जो मिला रहा है विश्व को ख़ाक में ||
उस पर क्यों नहीं बाण चलाते हो ?
उसको क्यों नही सबक सिखाते हो ?
उसने ही असली आंतक मचाया है 
कश्मीर को उसने दोजख बनाया है
आंतकवाद को क्यों नही मारना चाहते हो ?
क्या बिगाड़ा है जो मुझ पर बाण चलाते हो ?


आर के रस्तोगी



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MANOJ6568
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«Reply #2 on: October 08, 2019, 07:29:50 PM »
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इस बार दशहरे पर रावण राम से बोला |
था रामलीला मैदान में तन कर बोला ||
तुम मुझ पर हर वर्ष बाण चलाते हो |
बाण चला कर मुझको तुम जलवाते हो ||
फिर भी जल कर मै नहीं मर पाता हूँ |
अगले वर्ष जिन्दा होकर लौट आता हूँ ||
पर्यावरण को इस तरह दूषित बनाते हो |
भारत की जनता को इस तरह सताते हो ||

पड़ोस में बैठा है जो शासक पाक में |
जो मिला रहा है विश्व को ख़ाक में ||
उस पर क्यों नहीं बाण चलाते हो ?
उसको क्यों नही सबक सिखाते हो ?
उसने ही असली आंतक मचाया है
भोली भली जनता का मरवाया है
बस मेरा ही पुतला बनाकर जलाते हो |
पुतला जलाकर क्या दिखाना चाहते हो ?

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«Reply #3 on: October 10, 2019, 03:58:12 PM »
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«Reply #4 on: October 16, 2019, 06:50:45 AM »
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बहुत बढ़िया
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With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


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