शेख़ चिल्ली की ग़ज़ल - 15

by ShekhchilliG on August 27, 2017, 10:49:06 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 919 times)
ShekhchilliG
Shayarana Mizaaj
**

Rau: 5
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
10 hours and 23 minutes.
Posts: 71
Member Since: Feb 2017


View Profile
Reply with quote
मुहब्बत में तेरी जूते तेरे घिसवा भी सकता हूँ
अजी आसान शब्दों में "मैं जूते खा भी सकता हूँ"

फटे कुर्ते की जेबों में छिपा कर नोट रक्खे हैं
अरे मैं शेरवानी सिल्क की सिलवा भी सकता हूँ

पढूंगा नस्र में गज़लें अगर कमज़ोर दिल के हो
अगर तुम झेल सकते हो तो यारो गा भी सकता हूँ

ये माना तोंद निकली है, पके हैं बाल भी थोड़े
अगर तुम साथ नाचो तो कमर मटका भी सकता हूँ

अगरचे चटपटी चीज़ें मना मुझको हैं खाने में
अगर हों मुफ़्त में हासिल, समोसे खा भी सकता हूँ

ये माना अक़लमन्दों में मेरा भी नाम आता है,
मगर  हो दिल का चक्कर तो मैं धोखा खा भी सकता हूँ

पिंघलता तो नहीं बातों में आकर मैं ज़माने की
मगर मैं आप की बातों में शायद आ भी सकते हैं

जो मुझको भेजते हैं जन्मदिन पर केक की तस्वीर
हक़ीक़त में अगर लाएं कभी, तो खा भी सकता हूँ

मैं जिनके दिल में आता हूँ, समझ उनके नहीं आता
मगर मैं अक़्लमंदों की समझ में आ भी सकता हूँ

अरे मैं शेख़ चिल्ली हूँ, मुझे तुम क्या गिराओगे
मैं ख़ुद जिस डाल पर बैठूं उसे कटवा भी सकता हूँ

-शेखचिल्ली
Logged
Azeem Azaad
WeCare
Mashhur Shayar
***

Rau: 14
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
65 days, 6 hours and 17 minutes.
Humko Abtak Aashiqi Ka Wo Zamaana Yaad Hai,.

Posts: 19903
Member Since: Feb 2006


View Profile
«Reply #1 on: August 27, 2017, 02:47:55 PM »
Reply with quote
Bohat Khoob
Logged
MANOJ6568
Khaas Shayar
**

Rau: 31
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
42 days, 19 hours and 59 minutes.

Astrologer & Shayer

Posts: 12017
Member Since: Feb 2010


View Profile
«Reply #2 on: August 27, 2017, 09:07:17 PM »
Reply with quote
मुहब्बत में तेरी जूते तेरे घिसवा भी सकता हूँ
अजी आसान शब्दों में "मैं जूते खा भी सकता हूँ"

फटे कुर्ते की जेबों में छिपा कर नोट रक्खे हैं
अरे मैं शेरवानी सिल्क की सिलवा भी सकता हूँ

पढूंगा नस्र में गज़लें अगर कमज़ोर दिल के हो
अगर तुम झेल सकते हो तो यारो गा भी सकता हूँ

ये माना तोंद निकली है, पके हैं बाल भी थोड़े
अगर तुम साथ नाचो तो कमर मटका भी सकता हूँ

अगरचे चटपटी चीज़ें मना मुझको हैं खाने में
अगर हों मुफ़्त में हासिल, समोसे खा भी सकता हूँ

ये माना अक़लमन्दों में मेरा भी नाम आता है,
मगर  हो दिल का चक्कर तो मैं धोखा खा भी सकता हूँ

पिंघलता तो नहीं बातों में आकर मैं ज़माने की
मगर मैं आप की बातों में शायद आ भी सकते हैं

जो मुझको भेजते हैं जन्मदिन पर केक की तस्वीर
हक़ीक़त में अगर लाएं कभी, तो खा भी सकता हूँ

मैं जिनके दिल में आता हूँ, समझ उनके नहीं आता
मगर मैं अक़्लमंदों की समझ में आ भी सकता हूँ

अरे मैं शेख़ चिल्ली हूँ, मुझे तुम क्या गिराओगे
मैं ख़ुद जिस डाल पर बैठूं उसे कटवा भी सकता हूँ

-शेखचिल्ली
fark acchi buri shayeri mei bata sakta hu
taali tumhare kalaam pr bhi baja sakta hu
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #3 on: August 27, 2017, 09:23:17 PM »
Reply with quote
waah waah kyaa baat hai.
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause

Gar taalee do haath se hee bajaaee to shekhchilee to naa huaa...
Jab kahoon bajaa doon ek haath se hee tabhi to shekhchilee hoon.
Logged
ShekhchilliG
Shayarana Mizaaj
**

Rau: 5
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
10 hours and 23 minutes.
Posts: 71
Member Since: Feb 2017


View Profile
«Reply #4 on: August 28, 2017, 11:24:09 AM »
Reply with quote
थैंक्यू जी।

Bohat Khoob
Logged
ShekhchilliG
Shayarana Mizaaj
**

Rau: 5
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
10 hours and 23 minutes.
Posts: 71
Member Since: Feb 2017


View Profile
«Reply #5 on: August 28, 2017, 11:25:39 AM »
Reply with quote
भाई
समझा नहीं के ये दाद है भी के नहीं।
पर जो भी है
पढ़ने के लिये शुक्रिया।



fark acchi buri shayeri mei bata sakta hu
taali tumhare kalaam pr bhi baja sakta hu

Logged
ShekhchilliG
Shayarana Mizaaj
**

Rau: 5
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
10 hours and 23 minutes.
Posts: 71
Member Since: Feb 2017


View Profile
«Reply #6 on: August 28, 2017, 11:26:53 AM »
Reply with quote
एक हाथ से ताली....?

भाई मेरी गाल हाज़िर है।

शुक्रिया

waah waah kyaa baat hai.
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause

Gar taalee do haath se hee bajaaee to shekhchilee to naa huaa...
Jab kahoon bajaa doon ek haath se hee tabhi to shekhchilee hoon.
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 05:00:17 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.091 seconds with 21 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer