usha rajesh
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क्या बात है कि लोग हँसते - हँसते रोने लगे हैं | ये क्या तमाशा है क्यों होश खोने लगे हैं ||
मुड कर ज़रा शरीफों की शराफत तो देखिये | मुहब्बत छोड़ नफरतों के बीज बोने लगे हैं ||
यहाँ तक घर कर गयी है दिलों में नफरत | साया तक छू जाये तो जिस्म धोने लगे हैं ||
चोट खा चिल्लाओ तो भी कोई नहीं आने वाला | रिश्ते तोड़ लोग अब नसीबों की नींद सोने लगे हैं ||
औपचारिकताओं की भी कोई हद है आखिर | खतों के मज़मून भी अब तार से होने लगे हैं ||
शायद कोई खास मेहमाँ है आज आने वाला | लोग कौंटे छोड़ फूलों की माला पिरोने लगे हैं ||
----------------उषा राजेश
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khujli
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«Reply #1 on: January 21, 2012, 06:16:55 AM » |
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usha rajesh
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«Reply #2 on: January 21, 2012, 06:21:09 AM » |
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Thank you so much qalb ji.
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adil bechain
Umda Shayar
Rau: 161
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Gender:
Waqt Bitaya:31 days, 18 hours and 24 minutes.
Posts: 6552 Member Since: Mar 2009
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«Reply #3 on: January 21, 2012, 08:42:30 AM » |
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Shaifali
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«Reply #4 on: January 21, 2012, 08:44:51 AM » |
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kamal aggarwal
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«Reply #5 on: January 21, 2012, 09:27:34 AM » |
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usha rajesh
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«Reply #7 on: January 21, 2012, 03:14:37 PM » |
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usha rajesh
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«Reply #8 on: January 21, 2012, 02:27:50 PM » |
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usha rajesh
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«Reply #9 on: January 21, 2012, 02:29:38 PM » |
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Hosla afjai ka bahut bahut shukriya Kamal Aggarwal ji
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mkv
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«Reply #11 on: January 21, 2012, 04:44:48 PM » |
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deepika_divya
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«Reply #12 on: January 22, 2012, 07:29:06 AM » |
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Wakai Bahoot Bahoot Umda Likha hai ... Bahoot Khoob !
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riyaz106
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«Reply #14 on: January 22, 2012, 09:36:28 AM » |
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Wah wah Usha ji behad umdah peshkash hai aapki. Parhkar bahut achha laga. Daad pesh karta hun.
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