SHAKHSHIYAT MEIN INKI GHAZAB KA NOOR DEKHA HAI.................

by SURESH SANGWAN on February 26, 2017, 04:58:25 PM
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SURESH SANGWAN
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शख्शियत में इनकी ग़ज़ब का नूर देखा है
इंसानियत और प्यार से भरपूर देखा है

पहले कभी क़िताब थे फिर हुये क़िताब ख़ाना
इंटरनेट सा आपको मशहूर देखा है

इस रोशन चेहरे के आगे चाँद भी फ़ीका
इनकी मुस्कुराहट में कोहिनूर देखा है

ये आज भी ज़िंदादिली के साथ जीते हैं
बराबर है गम-ओ-खुशी दस्तूर देखा है

रिश्ते निभाने की अदा कोई सीखे इनसे
है आदतों में शामिल वो शऊर देखा है

कुछ दिन और तेरी ज़ुल्फ में उलझे रहेंगे
क्या आपने काँटों का कभी फ़ितूर देखा है

आवाज़ देता है नया इक दौर जीवन का
अजी आपसा हमने कहाँ हुज़ूर देखा है

दोस्त रहे गम  सफ़र में खुशियाँ दिवानी
हक़ीक़त के पास ख्वाबों से दूर देखा है


--सुरेश सांगवान 'सरु'


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«Reply #1 on: February 27, 2017, 02:53:45 AM »
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waah waah bahut sunder
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«Reply #2 on: February 27, 2017, 07:09:26 PM »
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शख्शियत में इनकी ग़ज़ब का नूर देखा है
इंसानियत और प्यार से भरपूर देखा है

पहले कभी क़िताब थे फिर हुये क़िताब ख़ाना
इंटरनेट सा आपको मशहूर देखा है

इस रोशन चेहरे के आगे चाँद भी फ़ीका
इनकी मुस्कुराहट में कोहिनूर देखा है

ये आज भी ज़िंदादिली के साथ जीते हैं
बराबर है गम-ओ-खुशी दस्तूर देखा है

रिश्ते निभाने की अदा कोई सीखे इनसे
है आदतों में शामिल वो शऊर देखा है

कुछ दिन और तेरी ज़ुल्फ में उलझे रहेंगे
क्या आपने काँटों का कभी फ़ितूर देखा है

आवाज़ देता है नया इक दौर जीवन का
अजी आपसा हमने कहाँ हुज़ूर देखा है

दोस्त रहे गम  सफ़र में खुशियाँ दिवानी
हक़ीक़त के पास ख्वाबों से दूर देखा है


--सुरेश सांगवान 'सरु'


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«Reply #3 on: March 01, 2017, 10:28:44 AM »
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SURESH SANGWAN
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«Reply #4 on: April 02, 2017, 02:35:08 PM »
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 toothy4 toothy4 toothy4 toothy4 toothy4 toothy4 toothy4 toothy4
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