sitaaroN ki baat karta hai...............saru.............

by SURESH SANGWAN on March 02, 2014, 07:16:55 PM
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SURESH SANGWAN
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महफ़िल  में  राज़दारों   की   बात   करता  है
प्यार    में    इश्तहारों   की   बात  करता  है

जो   प्यालियों  के   टूटने   से   टूट    गया
कैसे   वो   सितारों   की    बात   करता   है

सर्द  हवाओं   की  गर्मी   नहीं   देखी   शायद
मौसम   के   इशारों    की   बात   करता  है

ख़ुश्बूएं    नाकाम   हुई   जाती  हैं   या  रब
फूलों   में    खारों    की   बात    करता  है

बेचता  फिरता   है   खुद    ज़मीर   अपना
फिर  भी  ख़रीदारों  की   बात    करता   है

हुई   हैं  यारियाँ   कश्ती   से  तूफ़ान    की
अब  तो  कौन  किनारों  की  बात   करता  है

हवाएँ    उलफत   की   रोक   के  बैठा  है
वही  दिल  की  दीवारों  की  बात  करता  है

काश ! के  झाँक  लेता  अपनी  भी  गिरेबान
हँस - हँस  के  हज़ारों की  बात   करता  है

जब  से   देखी   हैं  सरु'  की  अदाएँ  उसने
नज़रों  और  नज़ारों की   बात   करता   है


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sksaini4
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«Reply #1 on: March 02, 2014, 07:47:11 PM »
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main to phili rau kee baat karya hoon
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jeet jainam
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my rule no type no life and ,i m happy single

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«Reply #2 on: March 02, 2014, 08:09:23 PM »
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महफ़िल  में  राज़दारों   की   बात   करता  है
प्यार    में    इश्तहारों   की   बात  करता  है

जो   प्यालियों  के   टूटने   से   टूट    गया
कैसे   वो   सितारों   की    बात   करता   है

सर्द  हवाओं   की  गर्मी   नहीं   देखी   शायद
मौसम   के   इशारों    की   बात   करता  है

ख़ुश्बूएं    नाकाम   हुई   जाती  हैं   या  रब
फूलों   में    खारों    की   बात    करता  है

बेचता  फिरता   है   खुद    ज़मीर   अपना
फिर  भी  ख़रीदारों  की   बात    करता   है

हुई   हैं  यारियाँ   कश्ती   से  तूफ़ान    की
अब  तो  कौन  किनारों  की  बात   करता  है

हवाएँ    उलफत   की   रोक   के  बैठा  है
वही  दिल  की  दीवारों  की  बात  करता  है

काश ! के  झाँक  लेता  अपनी  भी  गिरेबान
हँस - हँस  के  हज़ारों की  बात   करता  है

जब  से   देखी   हैं  सरु'  की  अदाएँ  उसने
नज़रों  और  नज़ारों की   बात   करता   है

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wah wah wah bohut bohut umda sir ji
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #3 on: March 02, 2014, 08:37:40 PM »
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महफ़िल  में  राज़दारों   की   बात   करता  है
प्यार    में    इश्तहारों   की   बात  करता  है
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जो   प्यालियों  के   टूटने   से   टूट    गया
कैसे   वो   सितारों   की    बात   करता   है
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सर्द  हवाओं   की  गर्मी   नहीं   देखी   शायद
मौसम   के   इशारों    की   बात   करता  है
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ख़ुश्बूएं    नाकाम   हुई   जाती  हैं   या  रब
फूलों   में    खारों    की   बात    करता  है
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बेचता  फिरता   है   खुद    ज़मीर   अपना
फिर  भी  ख़रीदारों  की   बात    करता   है
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हुई   हैं  यारियाँ   कश्ती   से  तूफ़ान    की
अब  तो  कौन  किनारों  की  बात   करता  है
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हवाएँ    उलफत   की   रोक   के  बैठा  है
वही  दिल  की  दीवारों  की  बात  करता  है
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काश ! के  झाँक  लेता  अपनी  भी  गिरेबान
हँस - हँस  के  हज़ारों की  बात   करता  है
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जब  से   देखी   हैं  सरु'  की  अदाएँ  उसने
नज़रों  और  नज़ारों की   बात   करता   है

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So nice Suresh ji.
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खुश रहो खुश रहने दो l

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«Reply #4 on: March 02, 2014, 08:47:58 PM »
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SURESH SANGWAN
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«Reply #5 on: March 02, 2014, 08:56:12 PM »
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thanks a lot Ravi ji
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So nice Suresh ji.
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SURESH SANGWAN
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«Reply #6 on: March 02, 2014, 08:57:04 PM »
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thanks a lot
Jeet ji
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महफ़िल  में  राज़दारों   की   बात   करता  है
प्यार    में    इश्तहारों   की   बात  करता  है

जो   प्यालियों  के   टूटने   से   टूट    गया
कैसे   वो   सितारों   की    बात   करता   है

सर्द  हवाओं   की  गर्मी   नहीं   देखी   शायद
मौसम   के   इशारों    की   बात   करता  है

ख़ुश्बूएं    नाकाम   हुई   जाती  हैं   या  रब
फूलों   में    खारों    की   बात    करता  है

बेचता  फिरता   है   खुद    ज़मीर   अपना
फिर  भी  ख़रीदारों  की   बात    करता   है

हुई   हैं  यारियाँ   कश्ती   से  तूफ़ान    की
अब  तो  कौन  किनारों  की  बात   करता  है

हवाएँ    उलफत   की   रोक   के  बैठा  है
वही  दिल  की  दीवारों  की  बात  करता  है

काश ! के  झाँक  लेता  अपनी  भी  गिरेबान
हँस - हँस  के  हज़ारों की  बात   करता  है

जब  से   देखी   हैं  सरु'  की  अदाएँ  उसने
नज़रों  और  नज़ारों की   बात   करता   है

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wah wah wah bohut bohut umda sir ji
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SURESH SANGWAN
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«Reply #7 on: March 02, 2014, 08:57:58 PM »
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bahut bahut shukriya saini ji
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SURESH SANGWAN
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«Reply #8 on: March 02, 2014, 08:59:14 PM »
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thankewww soooo much dksaxena ji
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Satish Shukla
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«Reply #9 on: March 02, 2014, 09:08:04 PM »
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महफ़िल  में  राज़दारों   की   बात   करता  है
प्यार    में    इश्तहारों   की   बात  करता  है

Bahut khoob......mubarakbaad qubool farmaayn....Raqeeb
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«Reply #10 on: March 02, 2014, 10:03:43 PM »
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महफ़िल  में  राज़दारों   की   बात   करता  है
प्यार    में    इश्तहारों   की   बात  करता  है

जो   प्यालियों  के   टूटने   से   टूट    गया
कैसे   वो   सितारों   की    बात   करता   है

सर्द  हवाओं   की  गर्मी   नहीं   देखी   शायद
मौसम   के   इशारों    की   बात   करता  है

ख़ुश्बूएं    नाकाम   हुई   जाती  हैं   या  रब
फूलों   में    खारों    की   बात    करता  है

बेचता  फिरता   है   खुद    ज़मीर   अपना
फिर  भी  ख़रीदारों  की   बात    करता   है

हुई   हैं  यारियाँ   कश्ती   से  तूफ़ान    की
अब  तो  कौन  किनारों  की  बात   करता  है

हवाएँ    उलफत   की   रोक   के  बैठा  है
वही  दिल  की  दीवारों  की  बात  करता  है

काश ! के  झाँक  लेता  अपनी  भी  गिरेबान
हँस - हँस  के  हज़ारों की  बात   करता  है

जब  से   देखी   हैं  सरु'  की  अदाएँ  उसने
नज़रों  और  नज़ारों की   बात   करता   है





 Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley
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Waah Waah Waah Waah Waah............


जो   प्यालियों  के   टूटने   से   टूट    गया
कैसे   वो   सितारों   की    बात   करता   है


ख़ुश्बूएं    नाकाम   हुई   जाती  हैं   या  रब
फूलों   में    खारों    की   बात    करता  है


बेचता  फिरता   है   खुद    ज़मीर   अपना
फिर  भी  ख़रीदारों  की   बात    करता   है


हुई   हैं  यारियाँ   कश्ती   से  तूफ़ान    की
अब  तो  कौन  किनारों  की  बात   करता  है


Bahuttttttttttttttttttttttt Bahuttttttttttttttttttttt Khoooob Suresh Jee.. icon_flower icon_flower icon_flower icon_flower icon_flower icon_flower

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F.H.SIDDIQUI
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«Reply #11 on: March 02, 2014, 10:18:00 PM »
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khubsurat ghazal kahi hai , suresh ji .Badhai.
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surindarn
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«Reply #12 on: March 02, 2014, 11:11:04 PM »
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Wah Wah Bahut Umdah. Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
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Surindar.N  Applause Applause Applause Applause Applause
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«Reply #13 on: March 02, 2014, 11:12:54 PM »
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jitni bhi tariff ki jaye kam hai suresh ji!!!!!!1

Bhut bhut umda likha hai apne....bhut hi khoob!!!
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laaiba
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«Reply #14 on: March 02, 2014, 11:38:44 PM »
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translation plz suresh jee Usual Smile
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