गाँधी ने जो सपना देखा वो सच हो जाय....bansi

by BANSI DHAMEJA on April 19, 2015, 06:02:08 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 610 times)
BANSI DHAMEJA
Guest
Reply with quote

काश कि मेरे देश में अब ऐसा हो जाय
गाँधी ने जो सपना देखा वो सच हो जाय
फिर से मेरे देश में राम राज्य हो जाय

कैसा दुर्भाग्य रहा है हमारे देश का
जो ऐसे ऐसे नेता हैं हमें मिलते रहे
भ्रष्टाचार में उनसे आगे न  कोई
दुनियां में ढूंढें   न कोई ढूंढें मिले

भ्रष्टाचार है रग रग में उनके  ऐसा भरा  
करते रहते हैं  घोटाले पे घोटाले सदा
भ्रष्ट नेता जीतते हैं इलेक्शन  भ्रष्टाचार से
हर  इलेक्शन में हैं भ्रष्टाचार बढ़ाते गए
भ्रष्टाचार बढ़ते  बढ़ते इतना है बढ़ गया
सदाचार भ्रष्टाचार के मरघट में है दफ़न हो गया  
समाजवाद का झंडा ही है  कफ़न बन गया

यह बिमारी है बढ़ रही तेज़ी से दिन रात
वक्त आ गया है सब  दें मोदी जी  का साथ
मिल कर मिटा दें भ्रष्ट नेताओं के नामों निशान
बचालें अपनी आबरू व् देश का सम्मान

काश कि मेरे देश में अब ऐसा हो जाय
गाँधी ने जो सपना देखा वो सच हो जाय
फिर से मेरे देश में राम राज्य आ जाय

करता हूँ इल्तजा अपने देश के नेताओं  से
झाँक कर देखें अपने गरेबान में
देश भक्ति  का दावा जो करते हैं वो
क्या उस पे खरे उतारते हैं वो
धर्म राज को क्या मुंह दिखायेंगे वो
जो दायत्व अपना न निभायेंगे वो
अभी भी वक्त है बदल्दें अपने को
समझ जाएँ उनको  करना है जो
सोचता हूँ यह उनकी समझ में आ जाय

काश कि मेरे देश में अब ऐसा हो जाय
गाँधी ने जो सपना देखा वो सच हो जाय
फिर से मेरे देश में राम राज्य हो जाय

इलतजा करता रहता हूँ परवर्दीगार को
दे सद बुद्धि व् हिमत  देशवासियों को      
मिटा सकें अपने देश से भ्रष्टाचार को
कोइ न बहुत अमीर हो  न हो कोइ गरीब
सुख चैन की ज़िन्दगी सब को हो नसीब
सब के सर पे छत हो कोइ न मांगे भीख
बढ़ों को इज़्ज़त मिले व्  मिले स्त्री को सामान
न कहीं लूटपाट हो न ही हों बलात्कार
बच्चों को मिले प्यार और सुखी हो हर परिवार
प्यार प्रेम का वातावरण हो सुखी बने संसार

काश कि मेरे देश में अब ऐसा हो जाय
गाँधी ने जो सपना देखा वो सच हो जाय
फिर से मेरे देश में राम राज्य हो जाय
बंसी(मधुर)
Logged
Similar Poetry and Posts (Note: Find replies to above post after the related posts and poetry)
उस दिल में खुदा बसे--------bansi by BANSI DHAMEJA in Share:Miscellaneous Shayari « 1 2  All »
मर कर भी भुलाना आसन नहीं होता...bansi by BANSI DHAMEJA in Miscellaneous Shayri
‘bansi’jeeyen to aise jiyeen, ta ki, beete lamhe pe afsos na ho ..bansi by BANSI DHAMEJA in Miscellaneous Shayri
चुप रहने से बहुत सी मुश्किलें दूर होती हैं....bansi by BANSI DHAMEJA in Miscellaneous Shayri « 1 2  All »
मुझे सिर्फ एक साचा दोस्त , हम्स्सफ़र , और दिलदार चाहिए....bansi by BANSI DHAMEJA in Miscellaneous Shayri
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #1 on: April 19, 2015, 08:23:55 PM »
Reply with quote
achaa ehsaas hai. Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
mangesh talekar
Guest
«Reply #2 on: April 20, 2015, 05:34:22 AM »
Reply with quote
भ्रष्टाचार करते है ओर कहते हो साभीत  (prove) करो मुझ एक बात बता ओ अगर तुम्ह भ्रष्टाचार करते नही तो luxuries, car, bunglow, flats कहा से लाते हो वह कया मुुफत मे आते है या पेड पर उगते है
अगर ये सोच हमारे गांधीजी, लोकमान्य टिळक, भगत सिंह, सुभाष चंद्रभोस ने रखी होती तो पुरा देश अपने नाम करलेते
Logged
jeet jainam
Khaas Shayar
**

Rau: 237
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
60 days, 12 hours and 13 minutes.

my rule no type no life and ,i m happy single

Posts: 10150
Member Since: Dec 2012


View Profile WWW
«Reply #3 on: April 20, 2015, 06:26:52 AM »
Reply with quote
bohat ache
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #4 on: April 20, 2015, 02:08:08 PM »
Reply with quote
kaash  kaash kaash esaa ho jaaye
Logged
BANSI DHAMEJA
Guest
«Reply #5 on: April 20, 2015, 03:06:27 PM »
Reply with quote
achaa ehsaas hai. Applause Applause Applause Applause Applause
surindarn ji bahut bahut shukriya
Logged
BANSI DHAMEJA
Guest
«Reply #6 on: April 20, 2015, 03:11:42 PM »
Reply with quote
भ्रष्टाचार करते है ओर कहते हो साभीत  (prove) करो मुझ एक बात बता ओ अगर तुम्ह भ्रष्टाचार करते नही तो luxuries, car, bunglow, flats कहा से लाते हो वह कया मुुफत मे आते है या पेड पर उगते है
अगर ये सोच हमारे गांधीजी, लोकमान्य टिळक, भगत सिंह, सुभाष चंद्रभोस ने रखी होती तो पुरा देश अपने नाम करलेते
mangesh talekar ji
इंसान खुदा से भी ज़ियादा खुद को जनता है फिर भी
खुद ना सोच कर औरों से अपने कुकर्म का प्रमाण माँगता है
यही तो कलयुग का इंसान है
Logged
BANSI DHAMEJA
Guest
«Reply #7 on: April 20, 2015, 03:12:24 PM »
Reply with quote
bohat ache
jeet jainam l ji bahut bahut shukriya
Logged
BANSI DHAMEJA
Guest
«Reply #8 on: April 20, 2015, 03:13:20 PM »
Reply with quote
kaash  kaash kaash esaa ho jaaye
sksaini ji bahut abhut shukriya
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 04:30:57 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.094 seconds with 25 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer