माँ की ममता,बाँप क्षमता --आर के रस्तोगी

by Ram Krishan Rastogi on September 26, 2019, 03:47:07 PM
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माँ की ममता,
बाँप की क्षमता,
पुत्र की योग्यता,
मित्र की मित्रता,
ना आंको तुम कम.
इसमें है बहुत दम |

गुरु की शिक्षा,
शिष्य को दीक्षा ,
भिखारी को भिक्षा,
सीखने की इच्छा,
इनको लेते रहो देते रहो,
ये होगी न कम कम,
ये बढती रहेगी हर दम ||

हाथ से दिया दान.
बड़ो को सम्मान,
अपनों को प्यार,
छोटो को दुलार,
इनको सदा करते रहो,
इनको कभी करो न कम,
तुम्हारी इज्जत होगी न कम ||

आर के रस्तोगी
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«Reply #1 on: September 26, 2019, 03:48:52 PM »
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माँ की ममता,
बाँप की क्षमता,
पुत्र की योग्यता,
मित्र की मित्रता,
ना आंको तुम कम |
इसमें है बहुत दम ||

गुरु की शिक्षा,
शिष्य को दीक्षा ,
भिखारी को भिक्षा,
सीखने की इच्छा,
इनको लेते रहो देते रहो ,
ये होगी न कभी कम |
ये बढती रहेगी हर दम ||

हाथ से दिया दान,
बड़ो को सम्मान,
अपनों को प्यार,
छोटो को दुलार,
इनको सदा करते रहो,
इनको कभी करो न कम |
इनसे इज्जत बढ़ेगी हर दम||

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«Reply #2 on: September 30, 2019, 01:12:45 PM »
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«Reply #3 on: October 05, 2019, 11:49:20 AM »
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माँ की ममता,
बाँप की क्षमता,
पुत्र की योग्यता,
मित्र की मित्रता,
ना आंको तुम कम.
इसमें है बहुत दम |

गुरु की शिक्षा,
शिष्य को दीक्षा ,
भिखारी को भिक्षा,
सीखने की इच्छा,
इनको लेते रहो देते रहो,
ये होगी न कम कम,
ये बढती रहेगी हर दम ||

हाथ से दिया दान.
बड़ो को सम्मान,
अपनों को प्यार,
छोटो को दुलार,
इनको सदा करते रहो,
इनको कभी करो न कम,
तुम्हारी इज्जत होगी न कम ||

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वाह वाह बहुत खूब
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