यही गिला है .......................................................ALFAAZ

by alfaaz on February 21, 2014, 11:02:31 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 733 times)
alfaaz
Guest
Reply with quote
उन्होने हमारी याद में पल्लू को गांठ मार दी
और घर जा कर भूल गये किस याद में गांठ मार दी

भूलने का आलम तो देखो मिले थे वो मुझसे अंजाम बनकर
जो पूछ रहे है आज मेरा नाम मुझसे अंजान बनकर

क्या शिकवा करे , किसे जाके अपना हाल सुनाये
सभी तो बेहाल नजर आते है किसे अपना हाल सुनाये

अशार है दोस्तों मेरी जिंदगी नही
पुरी कहानी सुना दू इतना बेदर्दी नही

यकीन मानना जिंदगी से बहुत कुछ मिला है
इक मौत ही नही मिली, बस्स "राज" को यही गिला है
Logged
Advo.RavinderaRavi
Guest
«Reply #1 on: February 21, 2014, 11:08:45 PM »
Reply with quote
उन्होने हमारी याद में पल्लू को गांठ मार दी
और घर जा कर भूल गये किस याद में गांठ मार दी

भूलने का आलम तो देखो मिले थे वो मुझसे अंजाम बनकर
जो पूछ रहे है आज मेरा नाम मुझसे अंजान बनकर

क्या शिकवा करे , किसे जाके अपना हाल सुनाये
सभी तो बेहाल नजर आते है किसे अपना हाल सुनाये

अशार है दोस्तों मेरी जिंदगी नही
पुरी कहानी सुना दू इतना बेदर्दी नही

यकीन मानना जिंदगी से बहुत कुछ मिला है
इक मौत ही नही मिली, बस्स "राज" को यही गिला है





बहुत ही खूबसूरत कलाम पेश किया है.......
Logged
Řj møņů
Guest
«Reply #2 on: February 22, 2014, 12:44:00 AM »
Reply with quote
besak bahut umda shayri ki he .......mh to kayl ho gye padjr ........ y icon_salut
Logged
adil bechain
Umda Shayar
*

Rau: 161
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
31 days, 18 hours and 24 minutes.

Posts: 6552
Member Since: Mar 2009


View Profile
«Reply #3 on: February 22, 2014, 01:00:48 AM »
Reply with quote
उन्होने हमारी याद में पल्लू को गांठ मार दी
और घर जा कर भूल गये किस याद में गांठ मार दी

भूलने का आलम तो देखो मिले थे वो मुझसे अंजाम बनकर
जो पूछ रहे है आज मेरा नाम मुझसे अंजान बनकर

क्या शिकवा करे , किसे जाके अपना हाल सुनाये
सभी तो बेहाल नजर आते है किसे अपना हाल सुनाये

अशार है दोस्तों मेरी जिंदगी नही
पुरी कहानी सुना दू इतना बेदर्दी नही

यकीन मानना जिंदगी से बहुत कुछ मिला है
इक मौत ही नही मिली, बस्स "राज" को यही गिला है


achchcha hai
Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #4 on: February 22, 2014, 01:20:28 AM »
Reply with quote
waah
Logged
ahujagd
Maqbool Shayar
****

Rau: 4
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
6 days, 1 hours and 34 minutes.
Posts: 842
Member Since: May 2005


View Profile
«Reply #5 on: February 22, 2014, 05:03:42 PM »
Reply with quote
bahut khoob
Logged
jeet jainam
Khaas Shayar
**

Rau: 237
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
60 days, 12 hours and 13 minutes.

my rule no type no life and ,i m happy single

Posts: 10150
Member Since: Dec 2012


View Profile WWW
«Reply #6 on: February 22, 2014, 07:54:04 PM »
Reply with quote
उन्होने हमारी याद में पल्लू को गांठ मार दी
और घर जा कर भूल गये किस याद में गांठ मार दी

भूलने का आलम तो देखो मिले थे वो मुझसे अंजाम बनकर
जो पूछ रहे है आज मेरा नाम मुझसे अंजान बनकर

क्या शिकवा करे , किसे जाके अपना हाल सुनाये
सभी तो बेहाल नजर आते है किसे अपना हाल सुनाये

अशार है दोस्तों मेरी जिंदगी नही
पुरी कहानी सुना दू इतना बेदर्दी नही

यकीन मानना जिंदगी से बहुत कुछ मिला है
इक मौत ही नही मिली, बस्स "राज" को यही गिला है

 Applause Applause Applause
wah wah wah wah bohut hi umda umda umda
Logged
nandbahu
Mashhur Shayar
***

Rau: 122
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
20 days, 4 hours and 11 minutes.
Posts: 14553
Member Since: Sep 2011


View Profile
«Reply #7 on: February 23, 2014, 10:35:44 AM »
Reply with quote
bahut khoob
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
December 25, 2024, 07:27:08 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by mkv
[December 22, 2024, 05:36:15 PM]

[December 19, 2024, 08:27:42 AM]

[December 17, 2024, 08:39:55 AM]

[December 15, 2024, 06:04:49 AM]

[December 13, 2024, 06:54:09 AM]

[December 10, 2024, 08:23:12 AM]

[December 10, 2024, 08:22:15 AM]

by Arif Uddin
[December 03, 2024, 07:06:48 PM]

[November 26, 2024, 08:47:05 AM]

[November 21, 2024, 09:01:29 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.125 seconds with 26 queries.
[x] Join now community of 8509 Real Poets and poetry admirer