दर्द न दो

by nandbahu on June 30, 2020, 12:48:35 AM
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nandbahu
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क्यों आत्महत्या लोग कर देते हैं,
अपनी जान के दुश्मन बन जाते हैं।
अपनो को दर्द जीवन भर दे जाते हैं,
सपनो को पल भर में तोड़ जाते हैं।
सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं,
असफलता स्वीकार नही करते हैं।
माना कि आगे बढ़ना जरूरी है,
कभी तो विराम भी जरूरी है।
राम ने भी कष्ट सहे थे,
बिन दोष के वनवास गए थे।
कृष्ण के भी कई दुश्मन थे,
कंस मामा ही जान के दुश्मन थे।
पर दोनों ने भरपूर कष्ट सहे,
परीक्षा की अग्नि में जले तपे।
तब जाकर कुंदन बने,
जन जन के आदर्श बने।
दुःख सुख आना जाना  है,
विधि का विधान न बदला है।
फिर क्यों  तनाव कोई लेना है,
अपनो संग सब बांट लेना है।
धैर्य कभी न खोना है,
साहस सँजोये रखना है।
जीवन राह में सब मिलते हैं,
मित्र शत्रु ही सब बनते हैं।
प्रशंशा सुननी अच्छी लगती है,
निंदा सुधार का मौका देती है।
एकाकीपन जब होता है,
अपनो का साथ तब बल देता है।
जन्म के साथ मृत्यु निश्चित है,
यह सांसारिक सत्य भी है।
फिर क्यों अपनी जान लेनी है,
दुःखो से हार क्यों मान लेनी है।
मौत को अनचाहे गले लगा देते हैं,
दर्द अपनो को जीवनभर का दे जाते हैं।
बूढ़े मात पिता जब तक जीते हैं,
याद करके बस रोते हैं।
यह सीख सबको याद रखनी है,
जान किसी की सस्ती नही है।
खुशियां दर्द सब अपनो में बांटो,
आत्महत्या करने की कभी न सोचो।
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«Reply #1 on: June 30, 2020, 01:15:37 PM »
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क्यों आत्महत्या लोग कर देते हैं,
अपनी जान के दुश्मन बन जाते हैं।
अपनो को दर्द जीवन भर दे जाते हैं,
सपनो को पल भर में तोड़ जाते हैं।
सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं,
असफलता स्वीकार नही करते हैं।
माना कि आगे बढ़ना जरूरी है,
कभी तो विराम भी जरूरी है।
राम ने भी कष्ट सहे थे,
बिन दोष के वनवास गए थे।
कृष्ण के भी कई दुश्मन थे,
कंस मामा ही जान के दुश्मन थे।
पर दोनों ने भरपूर कष्ट सहे,
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जन जन के आदर्श बने।
दुःख सुख आना जाना  है,
विधि का विधान न बदला है।
फिर क्यों  तनाव कोई लेना है,
अपनो संग सब बांट लेना है।
धैर्य कभी न खोना है,
साहस सँजोये रखना है।
जीवन राह में सब मिलते हैं,
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प्रशंशा सुननी अच्छी लगती है,
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एकाकीपन जब होता है,
अपनो का साथ तब बल देता है।
जन्म के साथ मृत्यु निश्चित है,
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फिर क्यों अपनी जान लेनी है,
दुःखो से हार क्यों मान लेनी है।
मौत को अनचाहे गले लगा देते हैं,
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बूढ़े मात पिता जब तक जीते हैं,
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यह सीख सबको याद रखनी है,
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«Reply #2 on: June 30, 2020, 03:33:49 PM »
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धन्यवाद भाई जी, आपकी प्रशंशा से मनोबल बढ़ता है।
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«Reply #3 on: July 01, 2020, 10:14:29 AM »
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«Reply #4 on: July 01, 2020, 12:51:12 PM »
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«Reply #5 on: July 01, 2020, 01:31:51 PM »
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धन्यवाद भाई जी, आपकी प्रशंशा से मनोबल बढ़ता है।
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nandbahu
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«Reply #6 on: July 14, 2020, 12:48:40 AM »
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धन्यवाद भाई
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nandbahu
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«Reply #7 on: July 14, 2020, 12:49:12 AM »
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