हमको भी पार लगाओ रामा

by nandbahu on April 22, 2021, 12:36:41 PM
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nandbahu
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शबरी कहे अपने प्रभु राम से, काहे देर लगाई आपने।
रावण अंत न करना होता, प्रभु भेंट न हो पाती तुमसे ।।

प्रभु  बोले शबरी माता से, क्यों सोचो तुम माता ऐसा।
रावण वध तो लक्ष्मण भ्राता, एक बाण से  ही कर देता।।

मैं आया हूँ तुमसे मिलने, जग को तेरी प्रीत दिखाने।
चौदह वर्ष वनवास स्वीकारा, संसार को यह याद दिलाने।।

शबरी के अश्रु बहे जाते थे, राम भी करुणा से भरे थे।
 चख कर बेर खिलाती  प्रभु को, प्रेमरस में दोनों डूबे थे।।

शबरी ने पूछा अपने राम से, मीठे तो है प्रभु मेरे बेर।
राम कहे मैं भूला सब कुछ, बस तेरे बेर लागे हैं अमृत।।

प्रतीक्षा शबरी की पूरी हुई है, अपने राम को देखके सम्मुख।
बोली प्रभु से रोते हुए भक्तन, पा लियो आज मैंने सब जग सुख।।

जो भक्ति करे प्रभु श्रीराम की, भव बन्धन से मुक्ति पाता।
जैसे शबरी को तारा प्रभु ने, हमको भी पार लगाओ रामा।।
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surindarn
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«Reply #1 on: April 22, 2021, 01:35:58 PM »
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शबरी कहे अपने प्रभु राम से, काहे देर लगाई आपने।
रावण अंत न करना होता, प्रभु भेंट न हो पाती तुमसे ।।

प्रभु  बोले शबरी माता से, क्यों सोचो तुम माता ऐसा।
रावण वध तो लक्ष्मण भ्राता, एक बाण से  ही कर देता।।

मैं आया हूँ तुमसे मिलने, जग को तेरी प्रीत दिखाने।
चौदह वर्ष वनवास स्वीकारा, संसार को यह याद दिलाने।।

शबरी के अश्रु बहे जाते थे, राम भी करुणा से भरे थे।
 चख कर बेर खिलाती  प्रभु को, प्रेमरस में दोनों डूबे थे।।

शबरी ने पूछा अपने राम से, मीठे तो है प्रभु मेरे बेर।
राम कहे मैं भूला सब कुछ, बस तेरे बेर लागे हैं अमृत।।

प्रतीक्षा शबरी की पूरी हुई है, अपने राम को देखके सम्मुख।
बोली प्रभु से रोते हुए भक्तन, पा लियो आज मैंने सब जग सुख।।

जो भक्ति करे प्रभु श्रीराम की, भव बन्धन से मुक्ति पाता।
जैसे शबरी को तारा प्रभु ने, हमको भी पार लगाओ रामा।।
waah hee waah kyaa baat hai, Rau ke saath daad.
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nandbahu
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«Reply #2 on: April 23, 2021, 12:24:52 AM »
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बहुत बहुत धन्यवाद महोदय आपके उत्साहवर्धन के लिये
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With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


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