चोरी-चोरी तुझको जो क्लास में हम देखते थे....

by champak on April 04, 2013, 03:15:26 AM
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champak
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चोरी-चोरी तुझको जो क्लास में हम देखते थे,
हंस के तू जीना ही हराम कर जाती थी,
आज मुझे वो भी दिन याद आ रहे हैं जब,
इशारों से ही तू बदनाम कर जाती थी!

पढने पढ़ाने जब मैडम जी आती थी तो,
अजबे-गजब दास्तान तू सुनाती थी,
कोई कुछ तुझको जो कहे देता था तब,
ओढ़नी गिराके प्रोब्लेम तू बढाती थी!

दुनिया में हुसनपरी तो देखे हैं बहुत,
अल्हड जवानी तेरी सबको लुभाती थी!
वर्ल्डकप छोडके तो तुझको ही देखते थे,
इठलाके जब तू सड़क पर आती थी,

टिम-टिम तारों जैसी अंखियों से बहकाके ,
हर लड़के को तू बेहोश कर जाती थी,
फूल जैसे चेहरे पे काजल लगाके जब,
रम्भा जैसी मटक-मटक चली आती थी,

इतनी ही बात तुझे कहने को तडपा था,
एक तू ही मेरे तन-मन में समाती थी,
नाचते हुए जो तुझे देख लिया फंकशन में,
दिल में गिटार धड़कन ही बजाती थी,

सब कहते थे किसी और की तू मलिका है,
उसी के लिए तू क्रीम-पाउडर लगाती थी,
फिर भी मैं बस तेरे प्यार में ही पगला था,
तू तो चितचोर मेरे दिल को जलाती थी!

---
@Champak
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sksaini4
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«Reply #1 on: April 04, 2013, 12:38:33 PM »
bahut badhiyaa
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shubham goyal
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«Reply #2 on: April 04, 2013, 01:49:55 PM »
nycccccccccc
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #3 on: April 04, 2013, 08:19:53 PM »
So Cute.
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mkv
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«Reply #4 on: April 13, 2013, 12:28:46 AM »
kya baat hai ..
bahut khoob Champak jee
badi chulbuli, chatpatee kalaam pesh kee hai aapne.

सब कहते थे किसी और की तू मलिका है,
 उसी के लिए तू क्रीम-पाउडर लगाती थी,
 फिर भी मैं बस तेरे प्यार में ही पगला था,
 तू तो चितचोर मेरे दिल को जलाती थी!   Applause
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«Reply #5 on: April 21, 2014, 03:41:00 PM »
तुम्हारे जम्परों पर साड़ियों पर और ग़रारों पर
लुटे जाते हैं दिल वाले कई सलमा-सितारों पर

इलेक्शन अब भला कैसे लड़ेंगे हम रक़ीबों से
कमाई तो उड़ा डाली है सारी इश्तिहारों पर

फिसल कर रह गए हैं ना-गहाँ केले के छिलके से
कमंदें डालने घर से चले थे चाँद तारों पर

बुरा अंग्रेज़ को कहता हूँ पिटता हूँ क्लरकों से
गधे से गिर के ग़ुस्सा आ ही जाता है कुम्हारों पर

बड़े ही कर्र-ओ-फ़र्र से पीठ पर कछवे की बैठे हैं
यूँही हम रेंगते पहुँचेंगे आख़िर कोहसारों पर

मिठाई बाँट दी है दुश्मनों में उस ने शादी की
मगर टरख़ा दिया है हम ग़रीबों को छुहारों पर

यही 'अरशद' हमारे नौ-जवानों की कहानी है
जिए दौलत की ख़ातिर और मरे फ़िल्मी-सितारों पर
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vimmi singh
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«Reply #6 on: May 09, 2017, 06:18:01 PM »
waaaaaaaaaahh...   icon_flower icon_flower
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