जीवन की सीख

by sukhbir052 on January 04, 2018, 08:49:55 AM
Pages: [1]
Print
Author  (Read 881 times)
sukhbir052
Newbie


Rau: 0
Offline Offline

Waqt Bitaya:
49 minutes.
Posts: 3
Member Since: Jan 2017


View Profile
बात उन दिनों की है जब मैं बारहवीं कक्षा में था। मेरे Exams शुरू होने वाले थे तब एक अध्यापक ने मुझे और पूरी कक्षा को एक जीवन की सीख दी। उन्होंने कहा कि "ये तुम्हारे जिंदगी के सबसे महत्वपुर्ण साल है अगर तुम इन पांच-सात सालों में पढ़ाई में अच्छी मेहनत करते हो तो तुम्हे अपने जीवन में ज्यादा परेशानी नहीं होगी, पर अगर तुम अब अच्छे से नहीं पड़े तो तुम्हे अपने जीवन में काफी मेहनत करनी पड़ेगी और फिर भी तुम्हे वो वेतन नहीं दिया जाएगा जिसके तुम हक़दार हो। फिर तुम इन पलहो को बहुत याद करोगे और सोचोंगे की काश तब मैने अच्छे से मेहनत की होती तो आज मै कुछ बन जाता, किसी अच्छी जगहें पर नौकरी कर रहा होता। पर तब तक समय निकल गया होगा। " तब तो मैं इन शब्दो का मतलब नहीं समझा पर आज मुझे अध्यापक की ये बात बहुत याद आती है और सच में आज मैं भी येही सोचता हूँ की काश तब मैने भी अच्छे से मेहनत की होती।
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #1 on: January 04, 2018, 09:53:50 PM »
bahut kboob. Woh bachpanaa thaa abb sayaane hogaaye ho. Lekin ek baat nahin samajhaa ke abb der kyaa hai.
Logged
Pages: [1]
Print
Jump to:  


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 22, 2024, 04:20:12 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.099 seconds with 25 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer