जवानों की चिता जली

by ERpankaj on April 03, 2013, 12:52:48 AM
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ERpankaj
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 जवानों की जिन्दा चित्ता जली फिर घाटी में
 जवानों की बेबस शाम ढली फिर घाटी में
 जवानों के लहू से घाटी फिर लहुलुहान हुई
 जवानों की लाशों से घाटी फिर कब्रिस्तान हुई

 जवानों की माताओं का दामन रूठ गया
 जवानों की प्रियों का मंगलसूत्र टूट गया
 जवान अपने आंगन के जलते दिये बुझा गये
 जवान लड़ते लड़ते आतंकी भट्टी में समा गये

 जवानों की शहादत पर कोई कहीं न बोलेगा
 जवानों की अर्थी देख दिल्ली का खूं न खौलेगा
 जवानों की मौतें भी पत्थर दिल न पिघला सकी
 जवानों की आहें दिल्ली की गद्दी न दहला सकी

तुष्टिकरण के ठेकेदार आज आँखें मूंदें बैठे होंगे
मानवाधिकार के पहरेदार चुप्पी ओढ़े बैठे होंगे
 जवानों की कुर्बानी पर सिंहासन ना रोयेगा
संसद भवन तो ए.सी. कमरों में चैन से सोये
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #1 on: April 03, 2013, 02:38:34 AM »
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Bahut Khoob.
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prashad
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«Reply #2 on: April 03, 2013, 12:15:36 PM »
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very nice
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adil bechain
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«Reply #3 on: April 03, 2013, 04:36:47 PM »
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जवानों की जिन्दा चित्ता जली फिर घाटी में
 जवानों की बेबस शाम ढली फिर घाटी में
 जवानों के लहू से घाटी फिर लहुलुहान हुई
 जवानों की लाशों से घाटी फिर कब्रिस्तान हुई

 जवानों की माताओं का दामन रूठ गया
 जवानों की प्रियों का मंगलसूत्र टूट गया
 जवान अपने आंगन के जलते दिये बुझा गये
 जवान लड़ते लड़ते आतंकी भट्टी में समा गये

 जवानों की शहादत पर कोई कहीं न बोलेगा
 जवानों की अर्थी देख दिल्ली का खूं न खौलेगा
 जवानों की मौतें भी पत्थर दिल न पिघला सकी
 जवानों की आहें दिल्ली की गद्दी न दहला सकी

तुष्टिकरण के ठेकेदार आज आँखें मूंदें बैठे होंगे
मानवाधिकार के पहरेदार चुप्पी ओढ़े बैठे होंगे
 जवानों की कुर्बानी पर सिंहासन ना रोयेगा
संसद भवन तो ए.सी. कमरों में चैन से सोये



haqiqat bayaan kiya hai aapne Applause Applause Applause
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sksaini4
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«Reply #4 on: April 03, 2013, 06:23:01 PM »
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heart touching
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suman59
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«Reply #5 on: April 03, 2013, 06:33:34 PM »
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wah bahut khoob likhahai aapne  Thumbs UP
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With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


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