SURESH SANGWAN
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आज का दिन भी कल के रोज़ सा है मे गंगू तेलि ये राजा भोज सा है
ज़ुल्फ ही देख लेती है मौसम यहाँ नज़रों में तो हरसू इक़ सोज़ सा है
दुनियाँ में मोहब्बत का मिलना भी यारब गॉड पार्टिकल की खोज सा है
तलब उठी है गीत पुराने गाउँ मुद्दत से ज़ीस्त़ में इक पॉज़ सा है
नाप सकते हैं बारीकियाँ तमाम नज़र-ए-दिल मेरा स्क्रू गौज़ सा है
कुछ हो ना हो शौक़-ए-शायरी मगर मेरे लिये ताक़त की डॉज़ सा है
'सरु'का ख्वाहिश-ए-मंज़र तो देखिये सरहद पर खड़ी इक फ़ौज सा है
Aaj ka din bhi kal ke roz sa hai Mein gangu teli ye raja bhoj sa hai
Zulf hi dekh leti hai mausam yahan Nazron mein harsoo soz sa hai
Dunia mein mohabbat ka milna bhi Yarab God particle ki khoj sa hai
Talab uthi geet poorane gaun Muddat se zeest mein ik pause sa hai
Nap sakte hain bareekiyan tammam Nazar-e-dil mera screw gauge sa hai.
Kuchh ho na ho shauk-e-shayr magar Mere liye taqat ki dauz sa hai
‘saru’ ka khwahish-e-manzar to dekhiye Sarhad par khadi ik fauj sa hai
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khamosh_aawaaz
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«Reply #1 on: October 22, 2013, 06:27:07 PM » |
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आज का दिन भी कल के रोज़ सा है मे गंगू तेलि ये राजा भोज सा है
ज़ुल्फ ही देख लेती है मौसम यहाँ नज़रों में तो हरसू इक़ सोज़ सा है
दुनियाँ में मोहब्बत का मिलना भी यारब गॉड पार्टिकल की खोज सा है
तलब उठी है गीत पुराने गाउँ मुद्दत से ज़ीस्त़ में इक पॉज़ सा है
नाप सकते हैं अब तो क़द-ए-हवा भी नज़र-ए-दिल मेरा स्क्रू गौज़ सा है
कुछ हो ना हो शौक़-ए-शायरी मगर मेरे लिये ताक़त की डॉज़ सा है
'सरु'का ख्वाहिश-ए-मंज़र तो देखिये सरहद पर खड़ी इक फ़ौज सा है
naaaaaaaice -SS ,PER HAWA KO MEASURE KARNE KA INSTRUMENT SCREW GAUGE NAHIN HOTA HAIwaise haan napa ja sakta hai hawaa bhi agar pakad mein aa jaaye. acha khayaal hai
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RAJAN KONDAL
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«Reply #2 on: October 22, 2013, 06:29:01 PM » |
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wha wha bhut khub
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SURESH SANGWAN
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«Reply #4 on: October 22, 2013, 06:46:37 PM » |
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thanks RAJAN JI wha wha bhut khub
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SURESH SANGWAN
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«Reply #8 on: October 22, 2013, 07:07:47 PM » |
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aqsh
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«Reply #9 on: October 22, 2013, 08:06:12 PM » |
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sksaini4
Ustaad ae Shayari
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«Reply #10 on: October 22, 2013, 08:36:56 PM » |
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दुनियाँ में मोहब्बत का मिलना भी यारब गॉड पार्टिकल की खोज सा है bahut khoob
lafz gauge hai jo gaje padhaa jataa pl check karlen
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marhoom bahayaat
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«Reply #11 on: October 22, 2013, 08:49:45 PM » |
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आज का दिन भी कल के रोज़ सा है मे गंगू तेलि ये राजा भोज सा है
ज़ुल्फ ही देख लेती है मौसम यहाँ नज़रों में तो हरसू इक़ सोज़ सा है
दुनियाँ में मोहब्बत का मिलना भी यारब गॉड पार्टिकल की खोज सा है
तलब उठी है गीत पुराने गाउँ मुद्दत से ज़ीस्त़ में इक पॉज़ सा है
नाप सकते हैं बारीकियाँ तमाम नज़र-ए-दिल मेरा स्क्रू गौज़ सा है
कुछ हो ना हो शौक़-ए-शायरी मगर मेरे लिये ताक़त की डॉज़ सा है
'सरु'का ख्वाहिश-ए-मंज़र तो देखिये सरहद पर खड़ी इक फ़ौज सा है
Aaj ka din bhi kal ke roz sa hai Mein gangu teli ye raja bhoj sa hai
Zulf hi dekh leti hai mausam yahan Nazron mein harsoo soz sa hai
Dunia mein mohabbat ka milna bhi Yarab God particle ki khoj sa hai
Talab uthi geet poorane gaun Muddat se zeest mein ik pause sa hai
Nap sakte hain bareekiyan tammam Nazar-e-dil mera screw gauge sa hai.
Kuchh ho na ho shauk-e-shayr magar Mere liye taqat ki dauz sa hai
‘saru’ ka khwahish-e-manzar to dekhiye Sarhad par khadi ik fauj sa hai
nice,sir
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mkv
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«Reply #12 on: October 22, 2013, 09:01:47 PM » |
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Quite innovative thoughts.. i liked it. Bahut khoob Suresh jee
तलब उठी है गीत पुराने गाउँ मुद्दत से ज़ीस्त़ में इक पॉज़ सा है
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khwahish
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Khaas Shayar
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«Reply #13 on: October 22, 2013, 09:45:27 PM » |
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