सब सियासत करते हैं

by khhanabadosh on June 27, 2016, 06:23:28 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 652 times)
khhanabadosh
Shayarana Mizaaj
**

Rau: 22
Offline Offline

Waqt Bitaya:
2 days, 14 hours and 53 minutes.
Posts: 154
Member Since: Jun 2016


View Profile
Reply with quote
=============सब  सियासत  करते  हैं  ============

बड़ा  आसान  है ,  ग़रीबो  का ,  वोट  मिल  जाना
झूठे  वादों  का , बस  एक  इश्तेहार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , दुनिया  का ,  ऐश  मिल  जाना
डिग्रीयों  में  बस  एक  हुनर  भ्रष्टाचार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , मनाने  का , बहाना  मिल  जाना  
सच  छुपाने  को , बस  एक  तरफदार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , ज़हर  नफरतों , का  मिल  जाना
जुनूनियों    को  बस  एक  सुर्खी ए  अखबार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , हुस्न को आशिक़  का  मिल  जाना
इश्क़ की  किसे  पड़ी  है , बस  एक  मालदार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , ग़ैरों  से , दिल  का  मिल  जाना
अपनों  का  भी   हक़  है ,बस एक  ऐतबार  चाहिए
 
बड़ा  आसान  है  ,बहुत  साहेब  गुफ्तार   मिल  जाना
ज़माने को  अब  तो बस एक साहिबे  किरदार  चाहिए  

बड़ा आसान है  'राशिद', खुदगर्ज़ को इक़्तेदार मिल  जाना
हमदर्दी  ए  अवाम  पाने  को  बस  एक  सिफते  अदाकार  चाहिए
Logged
adil bechain
Umda Shayar
*

Rau: 161
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
31 days, 18 hours and 24 minutes.

Posts: 6552
Member Since: Mar 2009


View Profile
«Reply #1 on: June 27, 2016, 09:32:06 AM »
Reply with quote
=============सब  सियासत  करते  हैं  ============

 khizaa.n mein bhi bahaar chaahiye...,
 mujhe  dushman  se  pyaar chahiye...,


बड़ा  आसान  है ,  ग़रीबो  का ,  वोट  मिल  जाना
झूठे  वादों  का , बस  एक  इश्तेहार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , दुनिया  का ,  ऐश  मिल  जाना
डिग्रीयों  में  बस  एक  हुनर  भ्रष्टाचार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , मनाने  का , बहाना  मिल  जाना  
सच  छुपाने  को , बस  एक  तरफदार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , ज़हर  नफरतों , का  मिल  जाना
जुनूनियों    को  बस  एक  सुर्खी ए  अखबार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , हुस्न को आशिक़  का  मिल  जाना
इश्क़ की  किसे  पड़ी  है , बस  एक  मालदार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , ग़ैरों  से , दिल  का  मिल  जाना
अपनों  का  भी   हक़  है ,बस एक  ऐतबार  चाहिए
 
बड़ा  आसान  है  ,बहुत  साहेब  गुफ्तार   मिल  जाना
ज़माने को  अब  तो बस एक साहिबे  किरदार  चाहिए  

बड़ा आसान है  'राशिद', खुदगर्ज़ को इक़्तेदार मिल  जाना
हमदर्दी  ए  अवाम  पाने  को  बस  एक  सिफते  अदाकार  चाहिए




waaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaah Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
khhanabadosh
Shayarana Mizaaj
**

Rau: 22
Offline Offline

Waqt Bitaya:
2 days, 14 hours and 53 minutes.
Posts: 154
Member Since: Jun 2016


View Profile
«Reply #2 on: June 27, 2016, 11:14:04 AM »
Reply with quote
matlay ka shukriya , zarra nawazi  Thumbs UP
Logged
Sps
Guest
«Reply #3 on: June 27, 2016, 06:07:19 PM »
Reply with quote
Bahot Bahot Khoob... Lajawaab!
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #4 on: June 27, 2016, 09:30:03 PM »
Reply with quote
=============सब  सियासत  करते  हैं  ============

Barhaa mushkil hai ishq sajaane waalaa chaahiye
Bas nibaahne waalaa koi sajan hee chaahiye...


बड़ा  आसान  है ,  ग़रीबो  का ,  वोट  मिल  जाना
झूठे  वादों  का , बस  एक  इश्तेहार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , दुनिया  का ,  ऐश  मिल  जाना
डिग्रीयों  में  बस  एक  हुनर  भ्रष्टाचार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , मनाने  का , बहाना  मिल  जाना 
सच  छुपाने  को , बस  एक  तरफदार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , ज़हर  नफरतों , का  मिल  जाना
जुनूनियों    को  बस  एक  सुर्खी ए  अखबार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , हुस्न को आशिक़  का  मिल  जाना
इश्क़ की  किसे  पड़ी  है , बस  एक  मालदार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , ग़ैरों  से , दिल  का  मिल  जाना
अपनों  का  भी   हक़  है ,बस एक  ऐतबार  चाहिए
 
बड़ा  आसान  है  ,बहुत  साहेब  गुफ्तार   मिल  जाना
ज़माने को  अब  तो बस एक साहिबे  किरदार  चाहिए   

बड़ा आसान है  'राशिद', खुदगर्ज़ को इक़्तेदार मिल  जाना
हमदर्दी  ए  अवाम  पाने  को  बस  एक  सिफते  अदाकार  चाहिए

Logged
prashad
Guest
«Reply #5 on: June 28, 2016, 06:26:50 AM »
Reply with quote
bahut khoob
Logged
marhoom bahayaat
Guest
«Reply #6 on: June 28, 2016, 05:21:33 PM »
Reply with quote
=============सब  सियासत  करते  हैं  ============

बड़ा  आसान  है ,  ग़रीबो  का ,  वोट  मिल  जाना
झूठे  वादों  का , बस  एक  इश्तेहार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , दुनिया  का ,  ऐश  मिल  जाना
डिग्रीयों  में  बस  एक  हुनर  भ्रष्टाचार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , मनाने  का , बहाना  मिल  जाना 
सच  छुपाने  को , बस  एक  तरफदार   चाहिए

बड़ा  आसान  है , ज़हर  नफरतों , का  मिल  जाना
जुनूनियों    को  बस  एक  सुर्खी ए  अखबार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , हुस्न को आशिक़  का  मिल  जाना
इश्क़ की  किसे  पड़ी  है , बस  एक  मालदार  चाहिए

बड़ा  आसान  है , ग़ैरों  से , दिल  का  मिल  जाना
अपनों  का  भी   हक़  है ,बस एक  ऐतबार  चाहिए
 
बड़ा  आसान  है  ,बहुत  साहेब  गुफ्तार   मिल  जाना
ज़माने को  अब  तो बस एक साहिबे  किरदार  चाहिए   

बड़ा आसान है  'राशिद', खुदगर्ज़ को इक़्तेदार मिल  जाना
हमदर्दी  ए  अवाम  पाने  को  बस  एक  सिफते  अदाकार  चाहिए



good one,sir
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 05:58:41 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.113 seconds with 23 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer