जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन ---आर के रस्तोगी

by Ram Krishan Rastogi on March 01, 2019, 05:29:38 AM
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Ram Krishan Rastogi
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जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन
शोर्य साहस जो तुमने दिखाया
उससे पाकिस्तान भी थर्राया
अकेले तुम थे भारत के लाल
डर रहा था तुमसे महाकाल
तुम भारत भाल के हो चन्दन
जय अभिनन्दन,जय अभिन्दन
करते है सब तुम्हार अभिनन्दन

तीव्र गति से जब मिग उड़ाते
दुश्मन के छक्के भी छुट जाते
ऍफ़ 16 को तुमने दी है मात
पाक ने भी जोड़े अपने  हाथ
तुम भारत माँ के हो नंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

तुम अकेले थे पर नहीं घबराये
भले ही घूम रहे थे मौत के छाये
छाया था चारो तरफ अन्धियारा
तब भी तुमने उनको ललकारा
सुबह की लालिमा करती क्रन्दन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

चारो तरफ पाक सैनिक खड़े थे
पर तुम अपनी बात पर अड़े थे
पूछे थे तुमसे कितने ही सवाल
धमकी देकर मचा रहे थे बबाल
मैं, तुम्हे कोई उत्तर नहीं दूंगा
भले ही जान निछावर कर दूंगा
सुन ये बाते,पाक कर रहा था वंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

जब तुम बाघा बॉर्डर पर आये
गगन धरती तुमसे मिलने आये
चारो तरफ हो रहा था जयकारा
पाक  देख रहा था ये नज्जारा  
तुम भारत माँ के हो रघुनन्दन  
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन  
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

आर के रस्तोगी
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«Reply #1 on: March 01, 2019, 04:52:41 PM »
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन
शोर्य साहस जो तुमने दिखाया
उससे पाकिस्तान भी थर्राया
अकेले तुम थे भारत के लाल
डर रहा था तुमसे महाकाल
तुम भारत भाल के हो चन्दन
जय अभिनन्दन,जय अभिन्दन
करते है सब तुम्हार अभिनन्दन

तीव्र गति से जब मिग उड़ाते
दुश्मन के छक्के भी छुट जाते
ऍफ़ 16 को तुमने दी है मात
पाक ने भी जोड़े अपने  हाथ
तुम भारत माँ के हो नंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

तुम अकेले थे पर नहीं घबराये
भले ही घूम रहे थे मौत के छाये
छाया था चारो तरफ अन्धियारा
तब भी तुमने उनको ललकारा
सुबह की लालिमा करती क्रन्दन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

चारो तरफ पाक सैनिक खड़े थे
पर तुम अपनी बात पर अड़े थे
पूछे थे तुमसे कितने ही सवाल
धमकी देकर मचा रहे थे बबाल
मैं, तुम्हे कोई उत्तर नहीं दूंगा
भले ही जान निछावर कर दूंगा
सुन ये बाते,पाक कर रहा था वंदन
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

जब तुम बाघा बॉर्डर पर आये
गगन धरती तुमसे मिलने आये
चारो तरफ हो रहा था जयकारा
पाक  देख रहा था ये नज्जारा 
तुम भारत माँ के हो रघुनन्दन 
जय अभिनन्दन,जय अभिनन्दन 
करते है सब तुम्हारा अभिनन्दन

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waah waah waah kyaa baat hai.
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Ram Krishan Rastogi
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«Reply #2 on: March 03, 2019, 06:35:59 AM »
:confused4:Shri Surindran ji shukriya
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