***एै सनम,,,छू के मन को कहाँ खो गये***

by AVTAR RAYAT on December 11, 2009, 02:11:55 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 959 times)
AVTAR RAYAT
Guest
Reply with quote
एै सनम,
ये किस हाल में छोड़ गये,
ये कैसा गम दिल को दे गये
हमें न होश है न अपनी खबर,,,
इस दिल को ये कैसा अहसास दे गए ।।

करीब आ के जाने की न दी खबर,
छू के मन को जाने कहाँ खो गये,,,
आ जाओ करीब,,,फिर छोड़ के न जाना
बस आ के तुम मुझ में समा जाना ।।
,,,,बस,,,,मुझ में समा जाना,,,
Logged
AVTAR RAYAT
Guest
«Reply #1 on: December 11, 2009, 02:11:56 PM »
Reply with quote
एै सनम,
ये किस हाल में छोड़ गये,
ये कैसा गम दिल को दे गये
हमें न होश है न अपनी खबर,,,
इस दिल को ये कैसा अहसास दे गए ।।

करीब आ के जाने की न दी खबर,
छू के मन को जाने कहाँ खो गये,,,
आ जाओ करीब,,,फिर छोड़ के न जाना
बस आ के तुम मुझ में समा जाना ।।
,,,,बस,,,,मुझ में समा जाना,,,
Logged
AVTAR RAYAT
Guest
«Reply #2 on: December 11, 2009, 02:11:58 PM »
Reply with quote
एै सनम,
ये किस हाल में छोड़ गये,
ये कैसा गम दिल को दे गये
हमें न होश है न अपनी खबर,,,
इस दिल को ये कैसा अहसास दे गए ।।

करीब आ के जाने की न दी खबर,
छू के मन को जाने कहाँ खो गये,,,
आ जाओ करीब,,,फिर छोड़ के न जाना
बस आ के तुम मुझ में समा जाना ।।
,,,,बस,,,,मुझ में समा जाना,,,
Logged
AVTAR RAYAT
Guest
«Reply #3 on: December 11, 2009, 02:11:59 PM »
Reply with quote
एै सनम,
ये किस हाल में छोड़ गये,
ये कैसा गम दिल को दे गये
हमें न होश है न अपनी खबर,,,
इस दिल को ये कैसा अहसास दे गए ।।

करीब आ के जाने की न दी खबर,
छू के मन को जाने कहाँ खो गये,,,
आ जाओ करीब,,,फिर छोड़ के न जाना
बस आ के तुम मुझ में समा जाना ।।
,,,,बस,,,,मुझ में समा जाना,,,
Logged
AVTAR RAYAT
Guest
«Reply #4 on: December 11, 2009, 02:12:03 PM »
Reply with quote
एै सनम,
ये किस हाल में छोड़ गये,
ये कैसा गम दिल को दे गये
हमें न होश है न अपनी खबर,,,
इस दिल को ये कैसा अहसास दे गए ।।

करीब आ के जाने की न दी खबर,
छू के मन को जाने कहाँ खो गये,,,
आ जाओ करीब,,,फिर छोड़ के न जाना
बस आ के तुम मुझ में समा जाना ।।
,,,,बस,,,,मुझ में समा जाना,,,
Logged
AVTAR RAYAT
Guest
«Reply #5 on: December 11, 2009, 02:13:53 PM »
Reply with quote
एै सनम,
ये किस हाल में छोड़ गये,
ये कैसा गम दिल को दे गये
हमें न होश है न अपनी खबर,,,
इस दिल को ये कैसा अहसास दे गए ।।

करीब आ के जाने की न दी खबर,
छू के मन को जाने कहाँ खो गये,,,
आ जाओ करीब,,,फिर छोड़ के न जाना
बस आ के तुम मुझ में समा जाना ।।
,,,,बस,,,,मुझ में समा जाना,,,
Logged
deepika_divya
Guest
«Reply #6 on: December 14, 2009, 06:09:08 AM »
Reply with quote
Topic Merged !

@ Avtar - Please do not make duplicate copy !
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
December 25, 2024, 08:15:32 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by mkv
[December 22, 2024, 05:36:15 PM]

[December 19, 2024, 08:27:42 AM]

[December 17, 2024, 08:39:55 AM]

[December 15, 2024, 06:04:49 AM]

[December 13, 2024, 06:54:09 AM]

[December 10, 2024, 08:23:12 AM]

[December 10, 2024, 08:22:15 AM]

by Arif Uddin
[December 03, 2024, 07:06:48 PM]

[November 26, 2024, 08:47:05 AM]

[November 21, 2024, 09:01:29 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.088 seconds with 20 queries.
[x] Join now community of 8509 Real Poets and poetry admirer