फर्क बस तजुर्बे का है ...

by Bishwajeet Anand Bsu on March 11, 2013, 01:09:11 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 767 times)
Bishwajeet Anand Bsu
Guest
Reply with quote
कोई बंज़र में भी कश्ती चला लेता है ...
कोई समंदर में भी कश्ती डूबा देता है ...
फर्क बस तजुर्बे का है मेरे दोस्त ..
कोई अपनों को लुटा देता है कोई अपनों पे लुटा देता है ...
ये खुदाई है इसे आसाँ न समझ ..
कभी रोते को हँसा देता है कभी हँसते को रुला देता है ..
ये ज़माना किसी का न हुआ मेरा भी नहीं होगा ..
ये रात को सूरज भुला देता है दिन में चाँद भुला देता है ..
ये अच्छा ही किया तुमने तुम साथ न चले ...
तुम सह नहीं पाते ये काँटा चुभ चुभ के रुला देता है ..
जाओ वही जाओ तुम सब जहाँ जन्नत सी दुनिया है ..
मुझे भायी नहीं जन्नत दोज़ख का डर रुला देता है ..
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #1 on: March 11, 2013, 01:14:34 PM »
Reply with quote
bahut bahut khoob
Logged
khujli
Guest
«Reply #2 on: March 11, 2013, 01:26:33 PM »
Reply with quote
कोई बंज़र में भी कश्ती चला लेता है ...
कोई समंदर में भी कश्ती डूबा देता है ...
फर्क बस तजुर्बे का है मेरे दोस्त ..
कोई अपनों को लुटा देता है कोई अपनों पे लुटा देता है ...
ये खुदाई है इसे आसाँ न समझ ..
कभी रोते को हँसा देता है कभी हँसते को रुला देता है ..
ये ज़माना किसी का न हुआ मेरा भी नहीं होगा ..
ये रात को सूरज भुला देता है दिन में चाँद भुला देता है ..
ये अच्छा ही किया तुमने तुम साथ न चले ...
तुम सह नहीं पाते ये काँटा चुभ चुभ के रुला देता है ..
जाओ वही जाओ तुम सब जहाँ जन्नत सी दुनिया है ..
मुझे भायी नहीं जन्नत दोज़ख का डर रुला देता है ..

 Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley Clapping Smiley icon_flower icon_flower icon_flower
Logged
aqsh
Guest
«Reply #3 on: March 11, 2013, 01:47:53 PM »
Reply with quote
Bahut bahut khoob ji. dheron daad.
Logged
Sudhir Ashq
Khususi Shayar
*****

Rau: 108
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
16 days, 19 hours and 27 minutes.

Posts: 1813
Member Since: Feb 2013


View Profile WWW
«Reply #4 on: March 11, 2013, 02:59:08 PM »
Reply with quote
Wah,wah,wah, Bahut sunder likha hai aapne,Deeron daad kabool kareiyn.
Logged
Advo.RavinderaRavi
Guest
«Reply #5 on: March 11, 2013, 04:54:11 PM »
Reply with quote
khoob,,,,,,,,,,,,,,Acha.
Logged
marhoom bahayaat
Guest
«Reply #6 on: March 11, 2013, 06:16:39 PM »
Reply with quote
कोई बंज़र में भी कश्ती चला लेता है ...
कोई समंदर में भी कश्ती डूबा देता है ...
फर्क बस तजुर्बे का है मेरे दोस्त ..
कोई अपनों को लुटा देता है कोई अपनों पे लुटा देता है ...
ये खुदाई है इसे आसाँ न समझ ..
कभी रोते को हँसा देता है कभी हँसते को रुला देता है ..
ये ज़माना किसी का न हुआ मेरा भी नहीं होगा ..
ये रात को सूरज भुला देता है दिन में चाँद भुला देता है ..
ये अच्छा ही किया तुमने तुम साथ न चले ...
तुम सह नहीं पाते ये काँटा चुभ चुभ के रुला देता है ..
जाओ वही जाओ तुम सब जहाँ जन्नत सी दुनिया है ..
मुझे भायी नहीं जन्नत दोज़ख का डर रुला देता है ..


nice,sir
Logged
nandbahu
Mashhur Shayar
***

Rau: 122
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
20 days, 4 hours and 11 minutes.
Posts: 14553
Member Since: Sep 2011


View Profile
«Reply #7 on: March 11, 2013, 07:32:06 PM »
Reply with quote
bahut khoob
Logged
msanjusethi
Shayari Qadrdaan
***

Rau: 1
Offline Offline

Waqt Bitaya:
1 days, 16 hours and 6 minutes.

Posts: 235
Member Since: Aug 2012


View Profile
«Reply #8 on: April 26, 2013, 04:37:53 PM »
Reply with quote
 Applause Applause Applause Applause
very nice
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
December 04, 2024, 09:07:15 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by Arif Uddin
[December 03, 2024, 07:06:48 PM]

[November 26, 2024, 08:47:05 AM]

[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.112 seconds with 25 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer