माँ के चरण देखे एक अरसा बीत गया

by Aashiq pardesi on December 16, 2012, 01:18:53 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 721 times)
Aashiq pardesi
Guest
Reply with quote
माँ की दवाई का खर्चा, उसे
मज़बूरी लगता है
उसे सिगरेट का धुंआ, जरुरी लगता है ||

फिजूल में रबड़ता , दोस्तों के साथ
इधर-उधर
बगल के कमरे में, माँ से मिलना ,
मीलों की दुरी लगता है ||

वो घंटों लगा रहता है, फेसबुक पे
अजनबियों से बतियाने में
अब माँ का हाल जानना, उसे
चोरी लगता है ||

खून की कमी से रोज मरती, बेबस
लाचार माँ
वो दोस्तों के लिए, शराब की बोतल,
पूरी रखता है ||

वो बड़ी कार में घूमता है , लोग उसे
रहीस कहते है
पर बड़े मकान में , माँ के लिए जगह
थोड़ी रखता है ||

माँ के चरण देखे , एक
अरसा बीता उसका ...

अब उसे बीवी का दर,
श्रद्धा सबुरी लगता है ||
Logged
suman59
Guest
«Reply #1 on: December 16, 2012, 01:53:19 AM »
Reply with quote
माँ की दवाई का खर्चा, उसे
मज़बूरी लगता है
उसे सिगरेट का धुंआ, जरुरी लगता है ||

फिजूल में रबड़ता , दोस्तों के साथ
इधर-उधर
बगल के कमरे में, माँ से मिलना ,
मीलों की दुरी लगता है ||

वो घंटों लगा रहता है, फेसबुक पे
अजनबियों से बतियाने में
अब माँ का हाल जानना, उसे
चोरी लगता है ||


खून की कमी से रोज मरती, बेबस
लाचार माँ
वो दोस्तों के लिए, शराब की बोतल,
पूरी रखता है ||

वो बड़ी कार में घूमता है , लोग उसे
रहीस कहते है
पर बड़े मकान में , माँ के लिए जगह
थोड़ी रखता है ||

माँ के चरण देखे , एक
अरसा बीता उसका ...

अब उसे बीवी का दर,
श्रद्धा सबुरी लगता है ||

bahut acha likha hai aapne pardesi jee. Kitna sacchayi hai isme. bahut khoob jee. sach mein aankhein nam si hogayi padkar. god bless
Logged
MANOJ6568
Khaas Shayar
**

Rau: 31
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
42 days, 19 hours and 59 minutes.

Astrologer & Shayer

Posts: 12017
Member Since: Feb 2010


View Profile
«Reply #2 on: December 16, 2012, 03:34:11 AM »
Reply with quote
माँ की दवाई का खर्चा, उसे
मज़बूरी लगता है
उसे सिगरेट का धुंआ, जरुरी लगता है ||

फिजूल में रबड़ता , दोस्तों के साथ
इधर-उधर
बगल के कमरे में, माँ से मिलना ,
मीलों की दुरी लगता है ||

वो घंटों लगा रहता है, फेसबुक पे
अजनबियों से बतियाने में
अब माँ का हाल जानना, उसे
चोरी लगता है ||

खून की कमी से रोज मरती, बेबस
लाचार माँ
वो दोस्तों के लिए, शराब की बोतल,
पूरी रखता है ||

वो बड़ी कार में घूमता है , लोग उसे
रहीस कहते है
पर बड़े मकान में , माँ के लिए जगह
थोड़ी रखता है ||

माँ के चरण देखे , एक
अरसा बीता उसका ...

अब उसे बीवी का दर,
श्रद्धा सबुरी लगता है ||
NICE  ONE
Logged
soudagar
Guest
«Reply #3 on: December 16, 2012, 03:35:35 AM »
Reply with quote
Wah janab wah bahut hee lajawab likha hai sach mein mujhe behad pasand aayi aapki rachna sachai k behad qareeb.....is rachna k liye aapko ek rau bhi deta hun
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #4 on: December 16, 2012, 04:49:59 AM »
Reply with quote
atisunder
Logged
Aru1992
Guest
«Reply #5 on: December 16, 2012, 06:42:47 AM »
Reply with quote
 Applause
wah bhut khub..

Vo n hua shrmshar, asa tha vo mnhus yar..
Bchpan ke share ko bhul jo maa ne dia tha..
Vo chl pda maa se dur ek nrk ke dwar..
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 05:58:54 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.098 seconds with 24 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer