या गम न दिया होता या दिल न दिया होता

by raajaindra on April 23, 2013, 05:11:23 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 734 times)
raajaindra
Guest
Reply with quote

या रब! गम-ए-हिज्राँ में इतना तो किया होता
जो हाथ जिगर पे है वो दस्त -ए-दुआ होता

इक इश्क का गम आफत और उस पे ये दिल आफत
या गम न दिया होता या दिल न दिया होता

गैरों से कहा तुम ने गैरों से सूना तुम ने
कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सूना होता

उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन तो हो जाती
वादा न वफ़ा करते वादा तो किया होता

नाकाम-ए-तमन्ना दिल इस सोच में रहता है
यूं होता तो क्या होता यूं न होता तो क्या होता
NM
Logged
dksaxenabsnl
YOS Friend of the Month
Yoindian Shayar
*

Rau: 109
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
20 days, 20 hours and 34 minutes.

खुश रहो खुश रहने दो l

Posts: 4127
Member Since: Feb 2013


View Profile
«Reply #1 on: April 23, 2013, 10:35:54 AM »
Reply with quote
Good.
Logged
dksaxenabsnl
YOS Friend of the Month
Yoindian Shayar
*

Rau: 109
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
20 days, 20 hours and 34 minutes.

खुश रहो खुश रहने दो l

Posts: 4127
Member Since: Feb 2013


View Profile
«Reply #2 on: April 23, 2013, 11:27:53 AM »
Reply with quote
Good.
Logged
Bhupinder Kaur
Guest
«Reply #3 on: April 23, 2013, 11:44:15 AM »
Reply with quote

या रब! गम-ए-हिज्राँ में इतना तो किया होता
जो हाथ जिगर पे है वो दस्त -ए-दुआ होता

इक इश्क का गम आफत और उस पे ये दिल आफत
या गम न दिया होता या दिल न दिया होता

गैरों से कहा तुम ने गैरों से सूना तुम ने
कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सूना होता

उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन तो हो जाती
वादा न वफ़ा करते वादा तो किया होता

नाकाम-ए-तमन्ना दिल इस सोच में रहता है
यूं होता तो क्या होता यूं न होता तो क्या होता
NM
Bilkul Sahi Kaha
Logged
anmolarora
Guest
«Reply #4 on: April 23, 2013, 12:00:19 PM »
Reply with quote
bahut khoob
Logged
F.H.SIDDIQUI
Guest
«Reply #5 on: April 23, 2013, 12:08:58 PM »
Reply with quote
 Applause
Logged
sarfira
Guest
«Reply #6 on: April 23, 2013, 12:34:08 PM »
Reply with quote
beautiful sharing
Logged
Satish Shukla
Khususi Shayar
*****

Rau: 51
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
25 days, 6 hours and 16 minutes.

Posts: 1862
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #7 on: April 23, 2013, 01:02:37 PM »
Reply with quote

या रब! गम-ए-हिज्राँ में इतना तो किया होता
जो हाथ जिगर पे है वो दस्त -ए-दुआ होता

इक इश्क का गम आफत और उस पे ये दिल आफत
या गम न दिया होता या दिल न दिया होता

गैरों से कहा तुम ने गैरों से सूना तुम ने
कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सूना होता

उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन तो हो जाती
वादा न वफ़ा करते वादा तो किया होता

नाकाम-ए-तमन्ना दिल इस सोच में रहता है
यूं होता तो क्या होता यूं न होता तो क्या होता
NM

Waaah waaah...bahut khoob...Raqeeb Lucknowi
Logged
Bishwajeet Anand Bsu
Guest
«Reply #8 on: April 23, 2013, 01:43:53 PM »
Reply with quote
waaah waah waaah.....Bahut hi behtareen rahi ye Ghazal ...Dheron Dili Daaad...
Logged
suman59
Guest
«Reply #9 on: April 23, 2013, 01:50:58 PM »
Reply with quote

या रब! गम-ए-हिज्राँ में इतना तो किया होता
जो हाथ जिगर पे है वो दस्त -ए-दुआ होता

इक इश्क का गम आफत और उस पे ये दिल आफत
या गम न दिया होता या दिल न दिया होता

गैरों से कहा तुम ने गैरों से सूना तुम ने
कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सूना होता

उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन तो हो जाती
वादा न वफ़ा करते वादा तो किया होता

नाकाम-ए-तमन्ना दिल इस सोच में रहता है
यूं होता तो क्या होता यूं न होता तो क्या होता
NM

Wah wah bahut khoob.thanks for sharing
Logged
RAJAN KONDAL
Guest
«Reply #10 on: April 23, 2013, 02:26:18 PM »
Reply with quote
gud sharing dear...
Logged
marhoom bahayaat
Guest
«Reply #11 on: April 23, 2013, 03:39:55 PM »
Reply with quote

या रब! गम-ए-हिज्राँ में इतना तो किया होता
जो हाथ जिगर पे है वो दस्त -ए-दुआ होता

इक इश्क का गम आफत और उस पे ये दिल आफत
या गम न दिया होता या दिल न दिया होता

गैरों से कहा तुम ने गैरों से सूना तुम ने
कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सूना होता

उम्मीद तो बंध जाती तस्कीन तो हो जाती
वादा न वफ़ा करते वादा तो किया होता

नाकाम-ए-तमन्ना दिल इस सोच में रहता है
यूं होता तो क्या होता यूं न होता तो क्या होता
NM


nice,sir
Logged
ParwaaZ
Guest
«Reply #12 on: April 23, 2013, 05:24:43 PM »
Reply with quote
Rajindra Jee Aadaab....!


Behad khoob sharing ki hai janab just awesome ...
Humari hazaaroN daad O mubbarakbad kabul kijiye is umdaa choice ke liye... Usual Smile

Likhate rahiye... aate rahiye...
Shaad O aabaad rahiye...

Khudaa Hafez... Usual Smile

Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #13 on: April 23, 2013, 08:42:16 PM »
Reply with quote
beautiful beautiful
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
December 25, 2024, 07:53:50 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by mkv
[December 22, 2024, 05:36:15 PM]

[December 19, 2024, 08:27:42 AM]

[December 17, 2024, 08:39:55 AM]

[December 15, 2024, 06:04:49 AM]

[December 13, 2024, 06:54:09 AM]

[December 10, 2024, 08:23:12 AM]

[December 10, 2024, 08:22:15 AM]

by Arif Uddin
[December 03, 2024, 07:06:48 PM]

[November 26, 2024, 08:47:05 AM]

[November 21, 2024, 09:01:29 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.12 seconds with 24 queries.
[x] Join now community of 8509 Real Poets and poetry admirer