intezaar

by alfaaz on July 14, 2013, 02:08:47 PM
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alfaaz
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पंडित मोल्वी से ह्म क्यूं रहे बेहाल
उनकी ईबादत से हमे कैसा मलाल
हम तो उनके दर से कभी हो भी आते है,
वो भी कभी चले मैखाने की चाल

उनको उनके मन्दिर मस्जिद मुबारक हो,
हमे हमारा मैकदा सही,
उनको काब्बा काशी मै जन्न्त नसीब हो,
हमे हमारे पैमाने मै सही.

कोई हाथ जोडे तो कोई हाथ उठाये
अपना दुखडा रो रहा है,
एक ह्म है जो पैमाना थामे  बैठै है कबसे
"राज" के इन्तजार में  खुदा खडा है  जबसे
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ghayal_shayar
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«Reply #1 on: July 14, 2013, 02:16:05 PM »
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janab khayaal ahcha hai par shayad ise is section meN nahin hona chahiye tha....!! likhte rahiye...
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Shuruti
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«Reply #2 on: July 14, 2013, 02:21:47 PM »
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पंडित मोल्वी से ह्म क्यूं रहे बेहाल
उनकी ईबादत से हमे कैसा मलाल
हम तो उनके दर से कभी हो भी आते है,
वो भी कभी चले मैखाने की चाल

उनको उनके मन्दिर मस्जिद मुबारक हो,
हमे हमारा मैकदा सही,
उनको काब्बा काशी मै जन्न्त नसीब हो,
हमे हमारे पैमाने मै सही.

कोई हाथ जोडे तो कोई हाथ उठाये
अपना दुखडा रो रहा है,
एक ह्म है जो पैमाना थामे  बैठै है कबसे
"राज" के इन्तजार में  खुदा खडा है  जबसे

great one
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deepansh
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«Reply #3 on: July 14, 2013, 02:37:18 PM »
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पंडित मोल्वी से ह्म क्यूं रहे बेहाल
उनकी ईबादत से हमे कैसा मलाल
हम तो उनके दर से कभी हो भी आते है,
वो भी कभी चले मैखाने की चाल

उनको उनके मन्दिर मस्जिद मुबारक हो,
हमे हमारा मैकदा सही,
उनको काब्बा काशी मै जन्न्त नसीब हो,
हमे हमारे पैमाने मै सही.

कोई हाथ जोडे तो कोई हाथ उठाये
अपना दुखडा रो रहा है,
एक ह्म है जो पैमाना थामे  बैठै है कबसे
"राज" के इन्तजार में  खुदा खडा है  जबसे

  nice
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~Hriday~
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«Reply #4 on: July 14, 2013, 02:58:14 PM »
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Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
bahut sundar, bahut bahut khoob Alfaaz ji... bahut achchaa likhaa hai aapne...!!
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nandbahu
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«Reply #5 on: July 14, 2013, 07:55:15 PM »
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very nice
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #6 on: July 14, 2013, 08:55:49 PM »
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पंडित मोल्वी से ह्म क्यूं रहे बेहाल
उनकी ईबादत से हमे कैसा मलाल
हम तो उनके दर से कभी हो भी आते है,
वो भी कभी चले मैखाने की चाल

उनको उनके मन्दिर मस्जिद मुबारक हो,
हमे हमारा मैकदा सही,
उनको काब्बा काशी मै जन्न्त नसीब हो,
हमे हमारे पैमाने मै सही.

कोई हाथ जोडे तो कोई हाथ उठाये
अपना दुखडा रो रहा है,
एक ह्म है जो पैमाना थामे  बैठै है कबसे
"राज" के इन्तजार में  खुदा खडा है  जबसे

भाई वाह वाह बहुत बहुत
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sksaini4
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«Reply #7 on: July 15, 2013, 02:01:23 PM »
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waah waah
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With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


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