Nazm "इंतज़ार" ...!! 'Adab'

by drpandey on October 08, 2013, 02:46:23 AM
Pages: [1] 2  All
ReplyPrint
Author  (Read 1677 times)
drpandey
Guest
Reply with quote
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हें सोते में जगाऊंगा इंतज़ार करो।।

अभी तो इश्क़ में लम्हा कहाँ गुजारा है,
अभी तो हुस्न का जलवा कहाँ निखारा है,  
अभी तो सिर्फ़ मेरे दिल ने ये सदा दी है,
तुम्हारे हुस्न को बस थोड़ी सी दुवा दी है,
अभी तो हमने कोई बात बताई ही नहीं,
अभी तुम्हारी सुनी अपनी सुनाई ही नहीं,
अभी तो तुमको सुनाऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।१।।

तुम्हीं बताओ कभी मेरी मुहब्बत देखी?
हमारे रूह में किस तरह की सिद्दत देखी?
हमारे आँख में कुछ बेखुदी, हसरत देखी?
मेरी नज़र की क़शिश में कोई चाहत देखी?
तुम्हें दिखाऊंगा ये इश्क़-ऐ-तमाशा क्या है?
तुम्हें बताऊंगा की बुत में तरासा क्या है?
तुम्हारी नींद उड़ाऊंगा  इंतज़ार करो।  
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।२।।  

अभी तो लौटा हूँ सहरा से, बहोत प्यासा हूँ,
अभी तो आपकी महफ़िल का बस तमाशा हूँ,
अभी उदासी, थकन और बदहवासी है,  
अभी सफ़र की खौफ़नाक याद ताज़ी है,
शिक़न-दराज़ी मेरे चेहरे की नहीं सोई ,
हमारी नज़्म मेरे क़ल्ब में बहोत रोई,
अभी तो चेहरा सजाऊंगा इंतज़ार करो।  
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।३।।

तमाम पर्त धूल आईने पे फैली है,
सदीद राख मेरे मायने पे फैली है,
इसे हटाऊँ जरा उसको भी समेटूं तो,
सितम की खाक़ जरा ज़िस्म पे लपेटूं तो,
अभी ना राहे-दास्तान याद आने दो,
सफ़र की याद मुझे कुछ तो भूल जाने दो,
तुम्हारे बज़्म में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब चुराऊंगा इंतज़ार करो।।४।।  

अभी तो ख्वाहिशे-परवान और चढ़ने दो,
हमारे इश्क़ के दरिया को और बढ़ने दो,
हमारी ग़ज़ल में ढ़लने का तरीक़ा सीखो,
अभी तो दिल में उतरने का सलीका सीखो,
मुझे तो फूल सजाने के लिए लाना है,
अभी तो लौट के आने के लिए जाना है,
तुम्हें नज़्मों में बसाऊंगा इंतज़ार करो।  
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।५।।

'अदब'
Logged
MANOJ6568
Khaas Shayar
**

Rau: 31
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
42 days, 19 hours and 59 minutes.

Astrologer & Shayer

Posts: 12017
Member Since: Feb 2010


View Profile
«Reply #1 on: October 08, 2013, 03:13:33 AM »
Reply with quote
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हें सोते में जगाऊंगा इंतज़ार करो।।

अभी तो इश्क़ में लम्हा कहाँ गुजारा है,
अभी तो हुस्न का जलवा कहाँ निखारा है, 
अभी तो सिर्फ़ मेरे दिल ने ये सदा दी है,
तुम्हारे हुस्न को बस थोड़ी सी दुवा दी है,
अभी तो हमने कोई बात बताई ही नहीं,
अभी तुम्हारी सुनी अपनी सुनाई ही नहीं,
अभी तो तुमको सुनाऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।१।।

तुम्हीं बताओ कभी मेरी मुहब्बत देखी?
हमारे रूह में किस तरह की सिद्दत देखी?
हमारे आँख में कुछ बेखुदी, हसरत देखी?
मेरी नज़र की क़शिश में कोई चाहत देखी?
तुम्हें दिखाऊंगा ये इश्क़-ऐ-तमाशा क्या है?
तुम्हें बताऊंगा की बुत में तरासा क्या है?
तुम्हारी नींद उड़ाऊंगा  इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।२।। 

अभी तो लौटा हूँ सहरा से, बहोत प्यासा हूँ,
अभी तो आपकी महफ़िल का बस तमाशा हूँ,
अभी उदासी, थकन और बदहवासी है, 
अभी सफ़र की खौफ़नाक याद ताज़ी है,
शिक़न-दराज़ी मेरे चेहरे की नहीं सोई ,
हमारी नज़्म मेरे क़ल्ब में बहोत रोई,
अभी तो चेहरा सजाऊंगा इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।३।।

तमाम पर्त धूल आईने पे फैली है,
सदीद राख मेरे मायने पे फैली है,
इसे हटाऊँ जरा उसको भी समेटूं तो,
सितम की खाक़ जरा ज़िस्म पे लपेटूं तो,
अभी ना राहे-दास्तान याद आने दो,
सफ़र की याद मुझे कुछ तो भूल जाने दो,
तुम्हारे बज़्म में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब चुराऊंगा इंतज़ार करो।।४।। 

अभी तो ख्वाहिशे-परवान और चढ़ने दो,
हमारे इश्क़ के दरिया को और बढ़ने दो,
हमारी ग़ज़ल में ढ़लने का तरीक़ा सीखो,
अभी तो दिल में उतरने का सलीका सीखो,
मुझे तो फूल सजाने के लिए लाना है,
अभी तो लौट के आने के लिए जाना है,
तुम्हें नज़्मों में बसाऊंगा इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।५।। 


'अदब'
KHUB
Logged
ParwaaZ
Guest
«Reply #2 on: October 08, 2013, 03:37:48 AM »
Reply with quote

Pandey Jee Aadaab...!

WaaH waaH waaH janab waaH kia kahne janab badi hi dilkash pur asar aur lutf bhari nazm pesh kii hai aapne...

Behad khoobsurat khayaaloN ko umdaa lafz diye haiN janab.. is khoobsurat nazm par humari hazaaroN dili daad o mubbarakbad kabul kijiye...

Likhate rahiye... Bazm meiN aate rahiye...
Shaad O aabaad rahiye...

Khuda Hafez...

Logged
sbechain
Guest
«Reply #3 on: October 08, 2013, 03:38:33 AM »
Reply with quote
english ke font mein bhi likha karein icon_flower icon_flower icon_flower!
Logged
Advo.RavinderaRavi
Guest
«Reply #4 on: October 08, 2013, 05:43:17 AM »
Reply with quote
तमाम पर्त धूल आईने पे फैली है,
सदीद राख मेरे मायने पे फैली है,
इसे हटाऊँ जरा उसको भी समेटूं तो,
सितम की खाक़ जरा ज़िस्म पे लपेटूं तो,
अभी ना राहे-दास्तान याद आने दो,
सफ़र की याद मुझे कुछ तो भूल जाने दो,
तुम्हारे बज़्म में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब चुराऊंगा इंतज़ार करो।।४।। 

अभी तो ख्वाहिशे-परवान और चढ़ने दो,
हमारे इश्क़ के दरिया को और बढ़ने दो,
हमारी ग़ज़ल में ढ़लने का तरीक़ा सीखो,
अभी तो दिल में उतरने का सलीका सीखो,
मुझे तो फूल सजाने के लिए लाना है,
अभी तो लौट के आने के लिए जाना है,
तुम्हें नज़्मों में बसाऊंगा इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।५।। 

Behadh Umda.!!
Logged
soudagar
Guest
«Reply #5 on: October 08, 2013, 11:22:06 AM »
Reply with quote
AAHAAA KYA BAAT KYA BAAT KYA BAAT... BEHAD KHUBSURAT POEM...BEHAD LAJAWAB POEM.....BAR BAR PADHNE MEIN BADA MAZA AA RA HAI SIR.....LAKHON DILII DAAD QABOOL FARMAYEIN.......

 Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP
Logged
saahill
Mashhur Shayar
***

Rau: 86
Offline Offline

Waqt Bitaya:
147 days, 17 hours and 51 minutes.
Posts: 18610
Member Since: Jun 2009


View Profile
«Reply #6 on: October 08, 2013, 11:31:29 AM »
Reply with quote
waah waah waah waah waah waah waah waah waah waah
Logged
aqsh
Guest
«Reply #7 on: October 08, 2013, 01:13:57 PM »
Reply with quote
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
Waaaaaaah waah waah.. bahut hi khoobsurat nazm kahi hai aapne.. bahut hi dilchasp khayaal rahe.. dili daaaaaaad qubool kare...
Logged
nandbahu
Mashhur Shayar
***

Rau: 122
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
20 days, 4 hours and 11 minutes.
Posts: 14553
Member Since: Sep 2011


View Profile
«Reply #8 on: October 08, 2013, 03:35:32 PM »
Reply with quote
bahut khoob
Logged
adil bechain
Umda Shayar
*

Rau: 161
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
31 days, 18 hours and 24 minutes.

Posts: 6552
Member Since: Mar 2009


View Profile
«Reply #9 on: October 08, 2013, 04:11:56 PM »
Reply with quote
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हें सोते में जगाऊंगा इंतज़ार करो।।

अभी तो इश्क़ में लम्हा कहाँ गुजारा है,
अभी तो हुस्न का जलवा कहाँ निखारा है, 
अभी तो सिर्फ़ मेरे दिल ने ये सदा दी है,
तुम्हारे हुस्न को बस थोड़ी सी दुवा दी है,
अभी तो हमने कोई बात बताई ही नहीं,
अभी तुम्हारी सुनी अपनी सुनाई ही नहीं,
अभी तो तुमको सुनाऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।१।।

तुम्हीं बताओ कभी मेरी मुहब्बत देखी?
हमारे रूह में किस तरह की सिद्दत देखी?
हमारे आँख में कुछ बेखुदी, हसरत देखी?
मेरी नज़र की क़शिश में कोई चाहत देखी?
तुम्हें दिखाऊंगा ये इश्क़-ऐ-तमाशा क्या है?
तुम्हें बताऊंगा की बुत में तरासा क्या है?
तुम्हारी नींद उड़ाऊंगा  इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।२।। 

अभी तो लौटा हूँ सहरा से, बहोत प्यासा हूँ,
अभी तो आपकी महफ़िल का बस तमाशा हूँ,
अभी उदासी, थकन और बदहवासी है, 
अभी सफ़र की खौफ़नाक याद ताज़ी है,
शिक़न-दराज़ी मेरे चेहरे की नहीं सोई ,
हमारी नज़्म मेरे क़ल्ब में बहोत रोई,
अभी तो चेहरा सजाऊंगा इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।३।।

तमाम पर्त धूल आईने पे फैली है,
सदीद राख मेरे मायने पे फैली है,
इसे हटाऊँ जरा उसको भी समेटूं तो,
सितम की खाक़ जरा ज़िस्म पे लपेटूं तो,
अभी ना राहे-दास्तान याद आने दो,
सफ़र की याद मुझे कुछ तो भूल जाने दो,
तुम्हारे बज़्म में आऊंगा इंतज़ार करो।
तुम्हारे ख्वाब चुराऊंगा इंतज़ार करो।।४।। 

अभी तो ख्वाहिशे-परवान और चढ़ने दो,
हमारे इश्क़ के दरिया को और बढ़ने दो,
हमारी ग़ज़ल में ढ़लने का तरीक़ा सीखो,
अभी तो दिल में उतरने का सलीका सीखो,
मुझे तो फूल सजाने के लिए लाना है,
अभी तो लौट के आने के लिए जाना है,
तुम्हें नज़्मों में बसाऊंगा इंतज़ार करो। 
तुम्हारे ख्वाब में आऊंगा इंतज़ार करो।।५।। 


'अदब'

waaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaa aaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaah Applause Applause Applause Applause
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #10 on: October 08, 2013, 04:36:37 PM »
Reply with quote
beautiful beautiful
Logged
sahal
Umda Shayar
*

Rau: 109
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
47 days, 3 hours and 51 minutes.

love is in the Air,but CuPiD is alone here.

Posts: 4410
Member Since: Sep 2012


View Profile WWW
«Reply #11 on: October 08, 2013, 04:46:44 PM »
Reply with quote
bohut khoob bohut hi dilfareb nazm
ApplauseApplauseApplauseApplauseApplauseApplause
Logged
drpandey
Guest
«Reply #12 on: October 08, 2013, 04:47:26 PM »
Reply with quote
AAHAAA KYA BAAT KYA BAAT KYA BAAT... BEHAD KHUBSURAT POEM...BEHAD LAJAWAB POEM.....BAR BAR PADHNE MEIN BADA MAZA AA RA HAI SIR.....LAKHON DILII DAAD QABOOL FARMAYEIN.......

 Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP Thumbs UP

Bhai Soudagar Sahab,

Kalaam pasand farmaney aur hausla afzai ka behad shukriya...!!

'Adab'

Logged
drpandey
Guest
«Reply #13 on: October 08, 2013, 04:50:09 PM »
Reply with quote
bohut khoob bohut hi dilfareb nazm
ApplauseApplauseApplauseApplauseApplauseApplause

Janaab Sahal Sahab,

Kalaam pasand farmaney aur hausla afzai ka behad shukriya...!!

'Adab'
Logged
drpandey
Guest
«Reply #14 on: October 08, 2013, 05:23:33 PM »
Reply with quote
Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
Waaaaaaah waah waah.. bahut hi khoobsurat nazm kahi hai aapne.. bahut hi dilchasp khayaal rahe.. dili daaaaaaad qubool kare...

Janaab Aqsh JI,

Daad-o-mubarakbaad aur hausla afzai ka tahe-dil se shukrgujaar hoon...!!

:Adab'
Logged
Pages: [1] 2  All
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 04:26:42 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.124 seconds with 22 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer