अपनी अपनी गीता

by Brijinder on August 12, 2010, 02:47:14 AM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 832 times)
Brijinder
Guest
Reply with quote
अपनी अपनी गीता

हम तुम दोनों विद्रोही हैं साथी!
बहुत जूझे हैं इस आंतरिक रण-क्षेत्र में
मैं नहीं जानता कि तुम्हें अहसास है कि नहीं
मगर मैंने स्वैयं को कई बार
प्रश्नों के आगे सिर झुकाये पाया
मेरे उत्तर निरुत्तर हो गये वहाँ
तथा कई बार
बहुत अनलढ़ी लढ़ायों के भी
मेरे अपरिपक्व उन्माद ने
विजय -घोष कर डाले
और उसी उन्माद ने बहुत बार
रोंदी विचार -राहें कईं
अपनी इस मदमस्त आकुलता मैं
फिर पता भी नहीं
कि कब सोम्य मुस्कान
वीभत्स हो गयी
बहुत बार ऐसा अपने साथ
आत्मिक रण -क्षेत्र मैं
क्यूंकि शायद हम
क्षमा शब्द से अपरिचित थे
व् अपनी संवेदनाओं पर शर्मिंदा थे
और उन्हें अपने घर छुपा कर
युद्ध -स्थल आये थे
इसलिये वह विद्रोह
कब कब बन जाता था मात्र उपद्रव
हम न जान सके
परन्तु यह बहुत पहले की बात है
तुम्हारा तो पता नहीं
मगर मैं अपने सारे क्षत -विक्षत उत्तर
अपने साथ लाया था
और सच मानो
उनके रक्त -भरे चेहरों मैं
मैंनें एक जीवंत उत्तर पाया
और तभी प्रश्नों से युद्ध की व्यर्थता
व् उत्तरों की आकांक्षा से बाहर मैं था
सत्य शब्द और उसकी तमाम वैचारिक संज्ञाओं से परे
सत्य की जीवंता में -
उस दिन से विद्रोह मेरा संवेदनशील है ,साथी
अधिकार व् उत्तरदायित्वके प्रति समान सजग
तुम्हारे विद्रोह का क्या हुआ..मैं नहीं जानता
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 04:59:06 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.078 seconds with 22 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer