अश्क़ों से सींचा है ..

by cool neha on November 05, 2013, 03:24:49 PM
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cool neha
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मेरा खुदा तुझसे ज्यादा अच्छा है ...
हर बात और हर वादे का सच्चा है ...

बेजा आसमां के चाँद के आगोश में था मैं ...
नावाक़िफ़ था कि मेरा चाँद उससे ज्यादा अच्छा है ...

चला जो साथ मेरे साये के जैसे है ...
मेरा ग़म दो पल कि खुशियों से ज्यादा अच्छा है ...

बारहा याद आते हो महज़ तुम दर्द देने को ...
पर तेरे यादों से ही खिलता मेरे इस दिल का गुंचा है ...

वो हैरां थे कि कैसे उनके ही यादों के फूल हैं खिलते ...
तेरी यादों के बगीचे को "नेहा" ने अश्क़ों से सींचा है ...
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #1 on: November 05, 2013, 03:37:32 PM »
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बहुत खूब नेहा जी.
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Bishwajeet Anand Bsu
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«Reply #2 on: November 05, 2013, 03:42:54 PM »
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Bahut Bahut Khoob Neha Ji.... Applause Applause Applause
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sksaini4
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«Reply #3 on: November 05, 2013, 04:33:26 PM »
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bahut khoob
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marhoom bahayaat
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«Reply #4 on: November 05, 2013, 04:39:31 PM »
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मेरा खुदा तुझसे ज्यादा अच्छा है ...
हर बात और हर वादे का सच्चा है ...

बेजा आसमां के चाँद के आगोश में था मैं ...
नावाक़िफ़ था कि मेरा चाँद उससे ज्यादा अच्छा है ...

चला जो साथ मेरे साये के जैसे है ...
मेरा ग़म दो पल कि खुशियों से ज्यादा अच्छा है ...

बारहा याद आते हो महज़ तुम दर्द देने को ...
पर तेरे यादों से ही खिलता मेरे इस दिल का गुंचा है ...

वो हैरां थे कि कैसे उनके ही यादों के फूल हैं खिलते ...
तेरी यादों के बगीचे को "नेहा" ने अश्क़ों से सींचा है ...



wonderful,ma'am
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khamosh_aawaaz
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«Reply #5 on: November 05, 2013, 05:53:19 PM »
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मेरा खुदा तुझसे ज्यादा अच्छा है ...
हर बात और हर वादे का सच्चा है ...

बेजा आसमां के चाँद के आगोश में था मैं ...
नावाक़िफ़ था कि मेरा चाँद उससे ज्यादा अच्छा है ...

चला जो साथ मेरे साये के जैसे है ...
मेरा ग़म दो पल कि खुशियों से ज्यादा अच्छा है ...

बारहा याद आते हो महज़ तुम दर्द देने को ...
पर तेरे यादों से ही खिलता मेरे इस दिल का गुंचा है ...

वो हैरां थे कि कैसे उनके ही यादों के फूल हैं खिलते ...
तेरी यादों के बगीचे को "नेहा" ने अश्क़ों से सींचा है ...


NAAAAAAAAAAAICE-C.N
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sidra04
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«Reply #6 on: November 05, 2013, 07:35:14 PM »
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wowwww Neha... what a feelings dear... these lines are very cute... and i loved your poetry soo much.. all the best, keep writing

Sidra
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khujli
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«Reply #7 on: November 05, 2013, 07:37:07 PM »
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मेरा खुदा तुझसे ज्यादा अच्छा है ...
हर बात और हर वादे का सच्चा है ...

बेजा आसमां के चाँद के आगोश में था मैं ...
नावाक़िफ़ था कि मेरा चाँद उससे ज्यादा अच्छा है ...

चला जो साथ मेरे साये के जैसे है ...
मेरा ग़म दो पल कि खुशियों से ज्यादा अच्छा है ...

बारहा याद आते हो महज़ तुम दर्द देने को ...
पर तेरे यादों से ही खिलता मेरे इस दिल का गुंचा है ...

वो हैरां थे कि कैसे उनके ही यादों के फूल हैं खिलते ...
तेरी यादों के बगीचे को "नेहा" ने अश्क़ों से सींचा है ...
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boss!!!!!!!!!!! one rau


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