कौन बचा है ... कौन बचेगा ... ये बीमारी-ए-इश्क है यारों

by raajaindra on April 23, 2012, 04:01:27 PM
Pages: [1]
ReplyPrint
Author  (Read 835 times)
raajaindra
Guest
Reply with quote

कोई चौदहवीं रात  का  चाँद  बन  कर  तुम्हारे  तसव्वुर  में  आया  तो  होगा 
किसी  से  तो  की  होगी  तुम  ने  मुहब्बत,  किसी  को  गले  से  लगाया  तो  होगा 

तुम्हारे  ख्यालों  की  आंगन में  मेरी  याद  के  फूल  महके  तो  होंगे 
कभी  अपनी  आँखों  के  काजल  से  तुम  ने  मेरा  नाम  लिख  कर  मिटाया  तो  होगा 

लबों  से  मुहब्बत  का  जादू  जगाकर,  भरी बज़्म  में  सब  से  नज़रें  बचा  कर 
निगाहों  की  राहों  से  दिल  में  समा  कर,  किसी  ने  तुम्हें  भी चुराया  तो  होगा 

कभी  आईने  से  निगाहें  मिलाकर,  जो  ली  होगी  भरपूर  अंगडाई  तूने 
तो  घबरा के  खुद  तेरी  अंगड़ाईयों ने, तेरे  हुस्न  को  गुदगुदाया  तो  होगा

निगाहों  में  शमा-ए-तमन्ना  जला  कर,  तकी होंगी  तुम  ने  भी  राहें  किसी  की 
किसी  ने  तो  वादा  किया  होगा  तुम  से,  किसी  ने  तुम्हें  भी  रुलाया  तो  होगा
~~NM~~
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #1 on: April 23, 2012, 04:06:54 PM »
Reply with quote
bahut khoob rajindar ji
Logged
F.H.SIDDIQUI
Guest
«Reply #2 on: April 23, 2012, 06:16:32 PM »
Reply with quote
 Applause Applause
Logged
raajaindra
Guest
«Reply #3 on: April 24, 2012, 06:36:42 AM »
Reply with quote
aap sabhi kadrdaano ka bahut bahut shukria
Logged
sarfira
Guest
«Reply #4 on: April 24, 2012, 11:38:25 AM »
Reply with quote

कोई चौदहवीं रात  का  चाँद  बन  कर  तुम्हारे  तसव्वुर  में  आया  तो  होगा 
किसी  से  तो  की  होगी  तुम  ने  मुहब्बत,  किसी  को  गले  से  लगाया  तो  होगा 

तुम्हारे  ख्यालों  की  आंगन में  मेरी  याद  के  फूल  महके  तो  होंगे 
कभी  अपनी  आँखों  के  काजल  से  तुम  ने  मेरा  नाम  लिख  कर  मिटाया  तो  होगा 

लबों  से  मुहब्बत  का  जादू  जगाकर,  भरी बज़्म  में  सब  से  नज़रें  बचा  कर 
निगाहों  की  राहों  से  दिल  में  समा  कर,  किसी  ने  तुम्हें  भी चुराया  तो  होगा 

कभी  आईने  से  निगाहें  मिलाकर,  जो  ली  होगी  भरपूर  अंगडाई  तूने 
तो  घबरा के  खुद  तेरी  अंगड़ाईयों ने, तेरे  हुस्न  को  गुदगुदाया  तो  होगा

निगाहों  में  शमा-ए-तमन्ना  जला  कर,  तकी होंगी  तुम  ने  भी  राहें  किसी  की 
किसी  ने  तो  वादा  किया  होगा  तुम  से,  किसी  ने  तुम्हें  भी  रुलाया  तो  होगा
~~NM~~
WAAH WAAH WAAH
Logged
khujli
Guest
«Reply #5 on: April 24, 2012, 12:51:30 PM »
Reply with quote

कोई चौदहवीं रात  का  चाँद  बन  कर  तुम्हारे  तसव्वुर  में  आया  तो  होगा 
किसी  से  तो  की  होगी  तुम  ने  मुहब्बत,  किसी  को  गले  से  लगाया  तो  होगा 

तुम्हारे  ख्यालों  की  आंगन में  मेरी  याद  के  फूल  महके  तो  होंगे 
कभी  अपनी  आँखों  के  काजल  से  तुम  ने  मेरा  नाम  लिख  कर  मिटाया  तो  होगा 

लबों  से  मुहब्बत  का  जादू  जगाकर,  भरी बज़्म  में  सब  से  नज़रें  बचा  कर 
निगाहों  की  राहों  से  दिल  में  समा  कर,  किसी  ने  तुम्हें  भी चुराया  तो  होगा 

कभी  आईने  से  निगाहें  मिलाकर,  जो  ली  होगी  भरपूर  अंगडाई  तूने 
तो  घबरा के  खुद  तेरी  अंगड़ाईयों ने, तेरे  हुस्न  को  गुदगुदाया  तो  होगा

निगाहों  में  शमा-ए-तमन्ना  जला  कर,  तकी होंगी  तुम  ने  भी  राहें  किसी  की 
किसी  ने  तो  वादा  किया  होगा  तुम  से,  किसी  ने  तुम्हें  भी  रुलाया  तो  होगा
~~NM~~

 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Usual Smile Usual Smile Usual Smile Usual Smile Usual Smile Usual Smile Usual Smile Usual Smile
Logged
masoom shahjada
Guest
«Reply #6 on: April 25, 2012, 08:44:34 AM »
Reply with quote
Very nice...
Thanks for sharing it.
Logged
Pages: [1]
ReplyPrint
Jump to:  

+ Quick Reply
With a Quick-Reply you can use bulletin board code and smileys as you would in a normal post, but much more conveniently.


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
November 21, 2024, 05:40:45 PM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[November 21, 2024, 09:01:29 AM]

[November 16, 2024, 11:44:41 AM]

by Michaelraw
[November 13, 2024, 12:59:11 PM]

[November 08, 2024, 09:59:54 AM]

[November 07, 2024, 01:56:50 PM]

[November 07, 2024, 01:55:03 PM]

[November 07, 2024, 01:52:40 PM]

[November 07, 2024, 01:51:59 PM]

[October 30, 2024, 05:13:27 AM]

by ASIF
[October 29, 2024, 07:57:46 AM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.1 seconds with 21 queries.
[x] Join now community of 8506 Real Poets and poetry admirer