°°° बेरँग ख़ाब की कहानी -(ज़ैफ़) °°°

by Zaif on October 01, 2013, 10:40:21 PM
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Zaif
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बेरँग ख़ाब की कहानी बदल क्यों नहीं देते?
अपनी आँखों का पानी बदल क्यों नहीं देते?

दिल्ली दाग़दार लगभग हो ही चली है,  
जनाब! राजधानी बदल क्यों नहीं देते?

"सच" पर ज़बान कट जाऐगी दोस्त!
तुम ये कहानी बदल क्यों नहीं देते?

कबतक करोगे इंतज़ार उसी का?
तुम ये नादानी बदल क्यों नहीं देते?

तुम "प्यार" को बला का नाम मत दो,
इस "लफ़्ज़" के मा'नी बदल क्यों नहीं देते?
[* meaning]

तुम्हारे नसीब में बेहतर लिखा है 'ज़ैफ़',
हर याद पुरानी बदल क्यों नहीं देते?
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adil bechain
Umda Shayar
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«Reply #1 on: October 01, 2013, 11:38:53 PM »
बेरँग ख़ाब की कहानी बदल क्यों नहीं देते?
अपनी आँखों का पानी बदल क्यों नहीं देते?

दिल्ली दाग़दार लगभग हो ही चली है, 
जनाब! राजधानी बदल क्यों नहीं देते?

"सच" पर ज़बान कट जाऐगी दोस्त!
तुम ये कहानी बदल क्यों नहीं देते?

कबतक करोगे इंतज़ार उसी का?
तुम ये नादानी बदल क्यों नहीं देते?

तुम "प्यार" को बला का नाम मत दो,
इस "लफ़्ज़" के मा'नी बदल क्यों नहीं देते?
[* meaning]

तुम्हारे नसीब में बेहतर लिखा है 'ज़ैफ़',
हर याद पुरानी बदल क्यों नहीं देते?



waaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaah Applause Applause Applause Applause Applause


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mkv
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«Reply #2 on: October 01, 2013, 11:51:32 PM »
Bahut khoob
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Bishwajeet Anand Bsu
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«Reply #3 on: October 02, 2013, 12:33:44 AM »
waah waah ..... bahut bahut khoob.............dheron daad Zaif Ji.. Applause Applause Applause
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Advo.RavinderaRavi
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«Reply #4 on: October 02, 2013, 01:21:55 AM »
बहुत उम्दा.
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khujli
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«Reply #5 on: October 02, 2013, 01:24:27 PM »
बेरँग ख़ाब की कहानी बदल क्यों नहीं देते?
अपनी आँखों का पानी बदल क्यों नहीं देते?

दिल्ली दाग़दार लगभग हो ही चली है, 
जनाब! राजधानी बदल क्यों नहीं देते?

"सच" पर ज़बान कट जाऐगी दोस्त!
तुम ये कहानी बदल क्यों नहीं देते?

कबतक करोगे इंतज़ार उसी का?
तुम ये नादानी बदल क्यों नहीं देते?

तुम "प्यार" को बला का नाम मत दो,
इस "लफ़्ज़" के मा'नी बदल क्यों नहीं देते?
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तुम्हारे नसीब में बेहतर लिखा है 'ज़ैफ़',
हर याद पुरानी बदल क्यों नहीं देते?



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aqsh
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«Reply #6 on: October 03, 2013, 02:27:43 PM »
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Behtareen aur umda peshkash zaif ji... dheron dheron daaaaaaaaaaaaaaaaaad...
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