गुनाह

by ADHRUT on December 06, 2012, 11:29:17 AM
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ADHRUT
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नही ये कोई गुनाह किसी भी अदालत में
फिर ये दुनिया देती इस बात कि सज़ा क्यों है

कहते है मुहब्बत तो एक पाक रिश्ता है
फिर न हो मुहब्बत मुझे उससे
दुनियावालो कि ऐसी रज़ा क्यों है

नहीं दिखता है मुझे सच किसी कि भी आँखों से
कोई तो बताये यहाँ चेहरों पे चेहरा क्यों है

कि मुहब्बत तो अपनों से बेगाने हो गए
ए खुदा तेरे जहां में रिश्तो पे पहरा क्यों है

या रब मैंने ख्वाहिश तो न जताई उसे देखने कि
फिर चाँद आज सुबह तलक आसमा पे ठहरा क्यों है

वो हर शाम कहती थी कि मै बस तेरे ही लिए बनी हु
फिर आज किसी और के सर पे
उसके नाम का सेहरा  क्यों है

वो  कहती है कि अब मेरे मुहब्बत में वो सिद्दत नही है
फिर उसकी हाथो कि मेहंदी का रंग इतना गहरा क्यों है

जो सोच रहे है कि वो खुश रह लेगी मुझसे दूर जाकर
वो बस इतना बता दे कि ख़ुशी के इस पल में भी
उसकी आँखे नाम क्यों है, मायूस उसका चेहरा क्यों है|

                                                            -:अधृत:-
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@Heer@
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«Reply #1 on: December 06, 2012, 12:38:29 PM »
वो कहती है कि अब मेरे मुहब्बत में वो सिद्दत नही है फिर उसकी हाथो कि मेहंदी का रंग इतना गहरा क्यों है जो सोच रहे है कि वो खुश रह लेगी मुझसे दूर जाकर वो बस इतना बता दे कि ख़ुशी के इस पल में भी उसकी आँखे नाम क्यों है, मायूस उसका चेहरा क्यों है|

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«Reply #2 on: December 06, 2012, 02:40:17 PM »
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«Reply #3 on: December 06, 2012, 03:46:22 PM »
नही ये कोई गुनाह किसी भी अदालत में
फिर ये दुनिया देती इस बात कि सज़ा क्यों है

कहते है मुहब्बत तो एक पाक रिश्ता है
फिर न हो मुहब्बत मुझे उससे
दुनियावालो कि ऐसी रज़ा क्यों है

नहीं दिखता है मुझे सच किसी कि भी आँखों से
कोई तो बताये यहाँ चेहरों पे चेहरा क्यों है

कि मुहब्बत तो अपनों से बेगाने हो गए
ए खुदा तेरे जहां में रिश्तो पे पहरा क्यों है

या रब मैंने ख्वाहिश तो न जताई उसे देखने कि
फिर चाँद आज सुबह तलक आसमा पे ठहरा क्यों है

वो हर शाम कहती थी कि मै बस तेरे ही लिए बनी हु
फिर आज किसी और के सर पे
उसके नाम का सेहरा  क्यों है

वो  कहती है कि अब मेरे मुहब्बत में वो सिद्दत नही है
फिर उसकी हाथो कि मेहंदी का रंग इतना गहरा क्यों है

जो सोच रहे है कि वो खुश रह लेगी मुझसे दूर जाकर
वो बस इतना बता दे कि ख़ुशी के इस पल में भी
उसकी आँखे नाम क्यों है, मायूस उसका चेहरा क्यों है|

                                                            -:अधृत:-


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nandbahu
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«Reply #4 on: December 07, 2012, 01:17:32 AM »
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«Reply #5 on: December 07, 2012, 02:35:29 AM »
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aqsh
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«Reply #6 on: December 07, 2012, 06:00:17 AM »
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suman59
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«Reply #7 on: December 08, 2012, 02:31:20 AM »
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