हव्वा की बेटियों पे ज़मीं तंग हो रही है !!

by justtauseef on December 19, 2012, 08:51:26 AM
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justtauseef
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ज़ख़्मी है रूह अपनी जिस्मों पे क्या बचा है ?

ख़ुद  अपने ऊपर रोती यह ज़िन्दगी सज़ा  है !

उन आंसुओं  के क़तरे खूं से भी जो गिरां थे

क़दमों तले  ज़मीं सर पे ना आसमां थे !

मुमकिन नहीं था मुझको इसतरह पामाल करना

वह बेनयाम तेगों से बेकस पे वार करना !

मासूम को है खौफ़ बेख़ौफ़ जालिमों का

रिश्ता लगा है जुड़ने ज़ालिम  से नाज़िमों  का !

इन्साफ़ की रविश मश्कूक हो रही है

हव्वा की बेटियों पे ज़मीं तंग हो रही है !!
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khujli
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«Reply #1 on: December 19, 2012, 09:25:25 AM »
ज़ख़्मी है रूह अपनी जिस्मों पे क्या बचा है ?

ख़ुद  अपने ऊपर रोती यह ज़िन्दगी सज़ा  है !

उन आंसुओं  के क़तरे खूं से भी जो गिरां थे

क़दमों तले  ज़मीं सर पे ना आसमां थे !

मुमकिन नहीं था मुझको इसतरह पामाल करना

वह बेनयाम तेगों से बेकस पे वार करना !

मासूम को है खौफ़ बेख़ौफ़ जालिमों का

रिश्ता लगा है जुड़ने ज़ालिम  से नाज़िमों  का !

इन्साफ़ की रविश मश्कूक हो रही है 1 rau

हव्वा की बेटियों पे ज़मीं तंग हो रही है !!



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aqsh
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«Reply #2 on: December 19, 2012, 11:31:26 AM »
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
superb
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azad mishra
Guest
«Reply #3 on: December 19, 2012, 12:21:51 PM »
ज़ख़्मी है रूह अपनी जिस्मों पे क्या बचा है ?

ख़ुद  अपने ऊपर रोती यह ज़िन्दगी सज़ा  है !

उन आंसुओं  के क़तरे खूं से भी जो गिरां थे

क़दमों तले  ज़मीं सर पे ना आसमां थे !

मुमकिन नहीं था मुझको इसतरह पामाल करना

वह बेनयाम तेगों से बेकस पे वार करना !

मासूम को है खौफ़ बेख़ौफ़ जालिमों का

रिश्ता लगा है जुड़ने ज़ालिम  से नाज़िमों  का !

इन्साफ़ की रविश मश्कूक हो रही है

हव्वा की बेटियों पे ज़मीं तंग हो रही है !!

mind blowing very nice
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prashad
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«Reply #4 on: December 22, 2012, 02:44:00 AM »
wah wah
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suman59
Guest
«Reply #5 on: December 22, 2012, 03:18:35 AM »
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wonderful
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