song : माहेरू
Lyricist : आशिक़ ❧
शाम ढले तेरी आँखों में तारे झील-मिलाये यूँ,
देख गालो की लाली तेरे फूल भी शरमाये यूँ,
____(२)
दिल ये बहेल जाए होले से एक बार मुस्काये तु....
देख तुझको लगे के जैसे चांदनी में नहाये तु.......
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........ ____(२)
शाम ढले तेरी आँखों में तारे झील-मिलाये यूँ,
देख गालो की लाली तेरे फूल भी शरमाये यूँ,
देख तुझको लगे के जैसे चांदनी में नहाये तु.......
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........ ____(२)
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........ ____(chorus x 3)
तेरी जुल्फें घटा बन के रात में है छा जाती,
बागो में तेरे आने से यूँ बहार है आ जाती,
____(२)
रात-दिन तेरा ख्याल, ख्वाबो में नज़र आये तु...
देख तुझको लगे के जैसे चांदनी में नहाये तु...
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........ ____(२)
कैसे तुझको बताऊ में कुछ समज में ना आता है,
दिल ये मेरा होकर भी मुझसे ही उलझ जाता है
____(२)
आशिक़ तेरा बन गया मैं, आशिक़ी बन जाये तु...
देख तुझको लगे के जैसे चांदनी में नहाये तु...
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........ ____(२)
शाम ढले तेरी आँखों में तारे झील-मिलाये यूँ,
देख गालो की लाली तेरे फूल भी शरमाये यूँ,
देख तुझको लगे के जैसे चांदनी में नहाये तु.......
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........ ____(२)
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........
माहेरू......माहेरू.........तु रूबरू................माहेरू........
____(chorus)