मेरी सख्सियत

by Ajitdear on July 21, 2014, 04:11:03 PM
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Ajitdear
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मेरी सख्सियत बड़ी अजब है। एक सीधा-साधा गैर-फरेबी ४४ साल का इंसान हूँ। संकोची और सहनशील बहुत हूँ और शायद इसीलिए लोग मेरा इस्तेमाल खुदगर्जी में करते रहते है। हमेशा पैसों का मोहताज़ बना रहता हूँ। इधर-उधर पढ़ा कर अपनी जिंदगी गुजार रहा हूँ। ईमान से अपने न भटकने का शौक है और धर्म-जाती का भेदभाव मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता जिसे मेरे आस-पास क लोग मानते भी है। दार्शनिक विचारों का आदमी हूँ। दुनिया मुझे बेदम सी नजर आती है और मेरा विश्वास किसी भी उपरी परा-शक्ति को अब मानने को तैयार नहीं दीखता। उम्र के बहाव के साथ-साथ मेरा अपना ही एक  आभास हो गया है इस दुनिया के चलन का...इसी का नतीजा रहा की हमने शादी नहीं की। आगे अब कुछ लिखने का मन नहीं है बस इतना ही लिखना चाहता हूँ की हम सब पल-पल बस चुक रहे है और हमारी जगह हर उस पल कोई और ले रहा है।
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