Topic | Poster | Views |
Replies |
ID |
Ab aa gaye ho to...sana afroz |
sana Afroz | 1786 |
15 |
118229 |
EH SAAQI |
surindarn | 714 |
6 |
118228 |
Hum her khawab tayri palko per saza ke rahe ge |
anmolarora | 1000 |
10 |
118227 |
बुझ जाये कब चिराग जिंदगी का,कोई भरोसा नही |
Ram Krishan Rastogi | 698 |
14 |
118226 |
Har Roz Raat ko..................................Rajan Kondal |
RAJAN KONDAL | 660 |
6 |
118225 |
RAAT BHAR...........................SAINI |
sksaini4 | 1518 |
29 |
118221 |
HawayeiN zor lagati hai bankar aandhiyaN---Kumaar |
kumaar | 827 |
10 |
118218 |
Shaam hotay he (by vb) |
vb | 982 |
13 |
118217 |
NIKAL GAAYE |
surindarn | 776 |
11 |
118216 |
ख्वाबों में रूठे जाएँ हम |
NakulG | 836 |
16 |
118215 |
रोग दिल का.........सृष्टिराज चिंतक |
srishti raj chintak | 608 |
8 |
118214 |
haal-e-dil,,,,,,ghazal,,,,,,jeet jainam |
jeet jainam | 960 |
12 |
118212 |
lab-e-sheereen,,,,,,ghazal,,,,,,jeet jainam |
jeet jainam | 848 |
4 |
118211 |
Mere dard ka ehsaas... |
Rosh | 669 |
2 |
118210 |
dil mein.......sana afroz |
sana Afroz | 1770 |
18 |
118209 |
माँ-बाप की सेवा कर लो |
Riyaz Ashna | 799 |
10 |
118208 |
haya ke bandhan sare tor dein |
nandbahu | 733 |
4 |
118206 |
जिये तो जिये,कैसे जिये, हम बिन आपके |
Ram Krishan Rastogi | 853 |
2 |
118205 |
apna bana kar,,,,,,,,jeet jainam |
jeet jainam | 674 |
7 |
118200 |
Jisme guzra hamara bachpan hai |
Syed Mohd Mahzar | 798 |
4 |
118199 |
बिकता समान |
seshadrisuman | 648 |
6 |
118198 |
Matlabi log |
onkarsinghbains | 2810 |
5 |
118197 |
KAAFIYAA THEEK HAI |
surindarn | 739 |
8 |
118196 |
Girne se darte hai itna to ghar se niklate kyoN haiN--- Kumaar |
kumaar | 933 |
11 |
118195 |
फितूर.......सृष्टिराज चिंतक |
srishti raj chintak | 595 |
5 |
118194 |
tumhare jaane ke baad.......kavyanshi |
kavyanshi | 681 |
3 |
118193 |
Dard se wakif--- Kumaar |
kumaar | 637 |
3 |
118192 |
آج بھی |
Dr Maqsood Hasni | 782 |
0 |
118191 |
दिल तो सजा काट रहा है,बिना सुनाये जजमेन्ट आपके |
Ram Krishan Rastogi | 752 |
5 |
118190 |
bada(CSET) |
MANOJ6568 | 724 |
6 |
118189 |
hujoom e gham..sana afroz |
sana Afroz | 961 |
10 |
118187 |
स्वच्छ भारत सुन्दर भारत - सर्वेश रस्तोगी |
SARVESH RASTOGI | 920 |
6 |
118186 |
subh ka bhola |
Dr Maqsood Hasni | 1086 |
2 |
118185 |
प्यार के रिश्ते विश्वाश पर टिके है, अविश्वाश पर तो नही |
Ram Krishan Rastogi | 655 |
8 |
118184 |
Ayaan hai naye khoon-e-gul kaa nazaarah! |
abdbundeli | 821 |
10 |
118183 |
मेरा लखनऊ |
Ram Krishan Rastogi | 741 |
9 |
118182 |
Dil bhi is jahan mei --- Kumaar |
kumaar | 697 |
7 |
118181 |
मुझे जिंदगी का पता मिल गया |
Ram Krishan Rastogi | 659 |
7 |
118180 |
AAP JAB CHAAHEN BULAA LEN |
surindarn | 706 |
7 |
118179 |
nazero mei(CSET) |
MANOJ6568 | 2227 |
4 |
118178 |
teri tasveer hi mere dil ke paas milti hai.. |
deepraghav | 1660 |
1 |
118177 |
प्यार करने वालो की कभी हार नही होती |
Ram Krishan Rastogi | 644 |
4 |
118176 |
आओं मिल कर भारत को स्वच्छ करे हम |
Ram Krishan Rastogi | 590 |
1 |
118175 |
na tum hame(CSET) |
MANOJ6568 | 603 |
2 |
118174 |
APNAA BANAA KE TO DEKHIYE |
surindarn | 679 |
7 |
118173 |
आओं हम सब मिल कर,शिक्षा का दीप जलाये |
Ram Krishan Rastogi | 700 |
6 |
118171 |
UjaaloN ki Manzil.......saru...............137 |
SURESH SANGWAN | 767 |
11 |
118170 |
दिल की बातें किसे सुनाऊँ - By "Betaab". |
dksaxenabsnl | 694 |
7 |
118169 |
सतरंगी सपनें लियें, फिरता हर कोई..... "ऋषि अग्रवाल" |
Rishi Agarwal | 684 |
6 |
118168 |
na mei(CSET) |
MANOJ6568 | 761 |
8 |
118167 |
Khalish rahegi ye jabtak hayaat baaqi hai |
Syed Mohd Mahzar | 709 |
4 |
118166 |
E Kash... feelings of my heart |
krrish02 | 667 |
3 |
118165 |
NIKLEE HAI DHOOP |
surindarn | 691 |
6 |
118164 |
two line shayri...sana afroz |
sana Afroz | 1355 |
5 |
118163 |
Yaad Aati Hai..!! |
Áɑѕӈίգ | 1185 |
3 |
118162 |
कोई तो रंग दे दो - By "Betaab". |
dksaxenabsnl | 780 |
10 |
118161 |
mera khuda,,,,,,,,2 lineeeeeee |
jeet jainam | 674 |
6 |
118160 |
meri kalam se |
Aru1992 | 782 |
7 |
118159 |
hatho se fisal gaye,,,,,,ghazal,,,jeet jainam |
jeet jainam | 1143 |
8 |
118158 |
ise jo roz bukhati hai wo hawa to chale |
Syed Mohd Mahzar | 672 |
6 |
118154 |
Tu Hi Hai Bus Tu Hi Hai |
FARE | 1118 |
6 |
118153 |
Aaj bhi bahut satate hain mujhe... |
deepraghav | 748 |
2 |
118152 |
her kisi ke dil mein jagah bana lu |
anmolarora | 746 |
8 |
118151 |
नज़र के सामने अक्सों का - By "Betaab". |
dksaxenabsnl | 936 |
16 |
118150 |